जबलपुर(ईन्यूज एमपी)- विजय नगर क्षेत्र में प्रापर्टी ब्रोकर उमाशंकर शर्मा की हत्या के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। हत्या मृतक उमाशंकर की साली ज्योति उसके प्रेमी अंकित यादव और उसके साथी गोलू उर्फ रुद्र ठाकुर ने मिलकर की है। इसका षड़यंत्र कई दिन पहले से रचना शुरू कर दिया था। उमाशंकर की साली ज्योति ने पुलिस को बताया कि 14 साल से जीजा उसका शारीरिक शोषण करता था, जिससे तंग होकर उसने अपने प्रेमी के साथ हत्या की योजना बनाई थी। पुलिस ने आरोपित साली को गिरफ्तार कर दो अन्य आरोपितों की तलाश के लिए टीम को लखनऊ रवाना किया है।
एसपी अमित सिंह ने बताया कि 14 अगस्त को सूचना मिली कि विजयनगर जॉय स्कूल के पास रहने वाले प्रापर्टी ब्रोकर और नागार्जुन कीटनाशक कंपनी में एरिया मैनेजर उमाशंकर शर्मा (40) की उसके घर में ही रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सूचना पर एएसपी शहर दीपक शुक्ला, गोहलपुर सीएसपी सीताराम यादव और टीआई मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। जांच के दौरान मामला संदिग्ध लग रहा था। मौके से दो बैग मिले थे। इसमें एक बैग में नकदी, जेवर और दूसरे बैग में कपड़े और मोबाइल मिला। मोबाइल को जब्त कर सायबर टीम से जांच के लिए निर्देश दिए। मृतक की साली ने बताया कि बरगी की एक जमीन के मामले में जीजाजी का एक व्यक्ति से विवाद हुआ था। उस व्यक्ति का नाम भी बताया था।
मोबाइल से खुला राज -
मोबाइल में मिले नंबरों से पता चला कि वह नंबर आरोपित लखनऊ निवासी गोलू उर्फ रुद्र ठाकुर का है। जिसमें ज्योति की बातचीत कई बार हुई थी। संदेह पर मृतक की साली ज्योति से पूछताछ की गई।
बहन को थी जानकारी -
ज्योति ने बताया कि जीजा उमाशंकर उसका 14 साल से शोषण कर रहे थे। इसकी जानकारी उसकी बहन को भी थी। मोबाइल के बारे में पूछताछ करने पर ज्योति भी चुप हो गई और फिर पूरे मामले का खुलासा किया।
14 साल से रह रही -
एसपी श्री सिंह ने बताया कि ज्योति ने पूछताछ में पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। 25 वर्षीय ज्योति ने बताया कि वह अपने जीजाजी के साथ 14 साल से रह रही है। जीजा उमाशंकर ने उसकी बहन सुमन से दूसरा विवाह था। वहीं उसकी बहन का भी उमाशंकर से दूसरा विवाह था। पहली पत्नी से एक बेटा था। जबकि बहन सुमन से दो बच्चे थे। जीजा 14 साल से ही उसके साथ दुष्कृत्य कर रहे थे। 8 साल पहले वह सभी जबलपुर आए थे और 1 साल पहले विजय नगर में मकान लिया था। जनवरी माह में वह जीजा उमाशंकर की हरकतों से तंग होकर भागकर अपने प्रेमी लखनऊ निवासी अंकित यादव के पास चली गई थी। जीजा उमाशंकर ने उस पर दबाव बनाकर उसे वापस बुला लिया था।
लखनऊ में बनी योजना -
ज्योति ने बताया कि लखनऊ में प्रेमी अंकित के साथ हत्या की षड़यंत्र रचा था। वहीं अंकित के साथी गोलू उर्फ रुद्र प्रताप को इस हत्या के लिए राजी कर लिया गया था।
गोलू ने मांगे थे रुपए -
ज्योति और अंकित से हत्या करने के लिए गोलू ने एक लाख रुपए की मांग की थी। जिसपर अंकित राजी हो गया था। पूरा प्लान तैयार किया था और ज्योति शहर लौटकर आ गई थी। इसके बाद वह दोनों से बातचीत करती थी।
13 की सुबह आए शहर -
13 अगस्त की सुबह अंकित और गोलू पूरी तैयारी के साथ शहर आ गए थे। इसके बाद वह दोनों भेड़ाघाट और अन्य स्थानों में घूमे। शाम होने पर मौका मिलते ही ज्योति ने दोनों को घर की छत पर चढ़ाकर छुपने को कहा। दोनों छुपे रहे और रात होने का इंतजार करते रहे।
शराब में नशीली गोलियां मिलकर पिलाईं -
ज्योति ने प्लान के मुताबिक अपने जीजा उमाशंकर को शराब में नशीली गोलियां मिलाकर पिलाई और फिर जीजा उसकी बहन और बच्चे कमरे में चले गए। कमरे में जगह कम होने के कारण उमाशंकर बाहर के कमरे में आकर सो जाता था। रोज की तरह उसने उस दिन भी ऐसा ही किया था। तभी ज्योति ने अंकित और गोलू को छत से कमरे में बुला लिया।
तकिया मुंह पर रखकर मारी गोली -
गोली की आवाज से सुमन उठ नहीं जाए इसके लिए आरोपित गोलू ने उमाशंकर के मुंह पर तकिया रखा और दो फायर किए। इससे उमाशंकर की मौत हो गई लेकिन गोली चलने से आवाज आई। जिसे सुनकर सुमन की नींद खुल गई।
बैग में भरे जेवर, नकदी -
आरोपितों ने कमरे में रखी अलमारी से लगभग 6 लाख रुपए और सोने-चांदी के जेवर बैग में रख लिए। नींद खुलने के कारण सुमन ने आवाज दी और कमरे से बाहर निकलने लगी। दहशत में आरोपित पहले से ही गैलरी से टंगी साड़ी के सहारे नीचे उतरे और भाग गए। इस दौरान आरोपित अपना बैग भी वहीं छोड़कर भाग गए। जांच के दौरान मौके पर दो बैग मिले थे। इसमें एक बैग में जेवर नकदी के अलावा कुछ नोटरी भी मिली थी, जो ज्योति के नाम पर थी।
आडियो रिकार्डिंग मिली -
ज्योति ने बताया कि वह जब लखनऊ अपने प्रेमी अंकित के पास गई थी। तभी उसके जीजा उमाशंकर का फोन आया था। फोन में लगभग 50 सेकेंड की रिकार्डिंग भी है। इस रिकार्डिंग से पता चलता है कि ज्योति और उसके जीजा में अवैध संबंध थे। वहीं अंकित और गोलू के साथ प्लान तैयार कर रुपए भी लूटने की योजना बनाई थी। एक लाख रुपए गोलू को देने के बाद बचे हुए रुपए से ज्योति लखनऊ में ही बुटिक खोलना चाहती थी।
सुबह 5 बजे भोपाल जाना था -
ज्योति ने बताया कि उसके जीजा उमाशंकर को सुबह लगभग 5 बजे भोपाल जाना था। ज्योति ही उसे मोपेड पर सुबह स्टेशन छोड़ने जाने वाली थी। ज्योति ने अंकित और गोलू को सुबह 5 बजे के पहले ही हत्या करने को कहा था।
यू ट्यूब से सीखा था पिस्टल लोड कर चलाना -
ज्योति ने बताया कि उसने पहले खुद ही जीजा उमाशंकर की हत्या करने का विचार किया था। पिस्टल लोड करना और उसे चलाना कैसे है यह उसने यू ट्यूब से सिखाया था। यह सुनकर पहले पुलिस को यकीन नहीं हुआ। इसके बाद उससे पिस्टल लोड करवाकर चलवाई गई। जिसमें उसने पेशेवर की तरह पिस्टल लोड करके चलाई। यह देखकर पुलिस भी दंग रह गई। आरोपित ज्योति ने मोबाइल से सारे मैसेज भी डिलिट कर दिए थे। गोलू के बैग से एक संगमरमर का ताजमहल मिला। उसमें लिखा था वी लव दिव्या। गोलू के गिरफ्तार होने पर पता चल सकेगा कि दिव्या कौन है।