मन्दसौर : मंदसौर से सुवासरा तक (व्हाया सीतामउ) करीब 66 किलोमीटर लंबी रेल्वे लाईन के लिये रेल मंत्रालय द्वारा सर्वे कराया जा रहा है। यह सर्वे 28 फरवरी 2016 तक पूरा होगा। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियो, जिले के व्यावसायिक संगठनों व अन्य गणमान्य नागरिकों से प्राप्त सुझावों को नई रेल लाईन के लिये बनने वाले डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में शामिल किया जायेगा। सर्वे से पूर्व जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियो, व्यावसायिक संगठनों, नागरिकों एवं प्रेस प्रतिनिधियों से विचार विमर्श कर सुझाव आंमत्रित करने के लिये आज नगर के एक निजी होटल में रेल्वे सलाहकार समिति की ओर से एक सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में मंदसौर के लोकसभा सांसद श्री सुधीर गुप्ता, मंदसौर विधायक श्री यशपाल सिंह सिसौदिया, जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती प्रियंका डॉ. मुकेशगिरी गोस्वामी, जनपद अध्यक्ष मंदसौर श्री शांतिलाल मालवीय, नगर पालिका मंदसौर की अध्यक्षा श्रीमती कुसुम गुप्ता, कलेक्टर श्री स्वतंत्र कुमार सिंह, रेल्वे के अधिकारी श्री जे.एस. मीणा सहित जिले के अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिले के चेम्बर ऑफ कामर्स के पदाधिकारीगण, समाजसेवीगण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकगण सहित प्रेस प्रतिनिधिगण भी मौजूद थे। सेमीनार को सम्बोधित करते हुए सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने कहा कि मंदसौर से सुवासरा तक नई रेल लाईन से जिले के औद्योगिक विकास को प्रगति मिलेगी, जिले में उद्योग बढ़ेगा पर्यटन का विकास होगा और इससे उदयपुर से उज्जैन तक प्रस्तावित टूरिस्ट सर्किल के निर्माण को सपोर्ट मिलेगा। उन्होंने कहा कि मंदसौर में कपड़ा उद्योग के विकास के लिये सभी को मिलजुल कर काम करना होगा। उन्होंने मंदसौर जिले से प्रतिदिन एक लाख लीटर दूध दिल्ली भेजे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि बहुत जल्द मंदसौर जिला दुग्धोत्पादन के मामले में देश के एक बहुत बड़े केन्द्र के रूप मे जाना जायेगा। नई रेल लाईन बनने से इस क्षेत्र को भी और अधिक सम्बल मिलेगा। मंदसौर विधायक श्री यशपाल सिंह सिसौदिया ने इस मौके पर कहा कि नई रेल लाईन से सुवासरा, मंदसौर सहित तीन विधानसभा क्षेत्र को लाभ सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जहां जरूरी हो वहां ओवरब्रिज व अण्डरब्रिज सहजता से बने ताकि नागरिक यातायात प्रभावित न हो। उन्होंने इस योजना को जिले के विकास के लिये एक महती योजना करार देते हुए कहा कि इससे मंदसौर जिले के नागरिकों को दिल्ली व मुंबई तक जाने की एक अतिरिक्त सुविधा मिल जायेगी। उन्होंने मंदसौर में उर्वरक का रेक पांईट भी स्थापित किये जाने का सुझाव रेल्वे अधिकारियों को दिया। कलेक्टर श्री स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि इस नई रेल लाईन से मंदसौर जिले के विकास को एक नई गति और नई दिशा मिलेगी। इससे जिले में औद्योगिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियों के विकास और विस्तार की नई धारा मिलेगी। उन्होंने कहा कि सर्वे पूरा होते ही रेल्वे द्वारा जितनी भी जमीन का अधिग्रहण जरूरी होगा वह बड़ी सहजता से (स्मूथली) कराया जायेगा। उन्होंने चंबल नदी से मंदसौर जिला मुख्यालय तक पानी लाने की वृहद परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि इससे जिलेवासियों को किसी भी मौसम में पानी की कमी से नही जुझना पड़ेगा। यह परियोजना जिले की जीवनधारा बनेगी। उन्होंने कहा कि मंदसौर जिला स्वास्थ्य मानकों के मामले में देश के प्रथम पांच अग्रणी जिलों में शुमार है। यहां के ग्रामीण अंचलो की समृद्धि अन्य जिलों से काफी बेहतर है। इस नई रेल्वे लाईन से जिले में विकास को नई गति मिलेगी और यहां औद्योगिक विकास को भी बल मिलेगा। रेल्वे के अधिकारी श्री जे.एस. मीणा ने बताया कि मंदसौर से सुवासरा तक नई रेल लाईन की औचित्यता पर चर्चा हेतु आयोजित सेमिनार में प्राप्त सभी सुझावों को संकलित कर इसे डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में शामिल किया जायेगा। उन्होंने बताया कि नई रेल लाईन हेतु सर्वे 28 फरवरी 2016 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है। नई रेल लाईन बिछाने के लिये जिन नागरिकों की जमीन अधिग्रहित की जायेगी, उन्हें रेल्वे के प्रावधानों के मुताबिक मुआवजा दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि जनसंवाद एवं सुझाव प्राप्त करने का यह दौर आगे भी जारी रहेगा। नागरिकगण अपने सुझाव लिखित में रेल्वे सलाहकार समिति को दे सकते हैं। सेमीनार को जनपद अध्यक्ष मंदसौर श्री शांतिलाल मालवीय, चेम्बर ऑफ कामर्स के श्री अनिल डोसी, श्री विनोद शर्मा व अन्यजनों ने भी संबोधित कर अपने सुझाव दिये।