प्रतापगढ़(ईन्यूज एमपी)-राजस्थान के प्रतापगढ़ में भाई-बहन की संदिग्ध मौत का मामला अभी भी अनसुलझा है. इस मामले से गुस्साए ग्रामीण वाहनों में भरकर संबंधित थाने पहुंच गए और वहां थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया. सभी ग्रामीण हथियारों से लैस थे. पुलिस के आला अफसरों ने मौके पर पहुंचकर बमुश्किल लोगों को समझा बुझाकर शांत किया. घंटाली थाने में उस वक्त पुलिस के होश उड़ गए, जब बड़ी संख्या में ग्रामीण तीर-कमान, फरसे, लाठियां और अन्य हथियार लेकर थाने का घेराव करने जा पहुंचे. लोगों ने थाने का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया और पुलिस की नाक में दम कर दिया. ग्राणीण चचेरे भाई-बहन की संदिग्ध मौत का खुलासा किए जाने की मांग कर रहे थे. दरअसल, बीती 18 अप्रैल को घंटाली में चचेरे भाई-बहन नाकुराम मीणा और भूली मीणा का शव संदिग्ध हालत में मिला था. ये दोनों घंटाली थाना क्षेत्र के राणपुर में एक बारात में आए थे. इनकी मौत के बाद पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. इसी बात से गुस्साए लोग थाने का घेराव करने जा पहुंचे. बासंवाडा जिले के माखनपुरा से मृतकों के परिजन तीर-कमान, तलवारें, फरसे और गोफण लेकर घंटाली थाने पहुंच गए. लोग थाने में ही बैठकर धरना देने लगे और कार्रवाई की मांग करने लगे. सूचना मिलते ही इलाके के DSP जगराम मीणा और SDM सौरभ स्वामी भी मौके पर जा पहुंचे. फिर डीएसपी, एसडीएम और घंटाली के थानाधिकारी मोहन सिंह ने करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद लोगों को शांत कराया. पुलिस ने लोगों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया, जिस पर वे धरना खत्म कर वापस लौट गए. इस घेराव और प्रदर्शन के दौरान पुलिस की जमकर परेड हुई. आदिवासियों को तीर-कमान, तलवारें, फरसे और गोफण लेकर थाने में हंगामा करते देख लोग हैरान रह गए. फिलहाल, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.