पटना(ईन्यूज एमपी)- भाजपा के वरिष्ठ नेता और अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने राजनीति से सन्यास का ऐलान कर दिया है। शनिवार को उन्होंने सार्वजनिक तौर पर घोषणा करते हुए कहा कि मैं आज से दलगत राजनीति छोड़ रहा हीं। हालांकि, मैं इसके बाद कोई नया राजनीतिक दल नहीं बना रहा और ना ही चुनाव लड़ूंगा। पटना के एसकेएम हॉल में आयोजित राष्ट्र मंच से उन्होंने कहा कि आज मैं सभी तरह की दलगत राजनीति से सन्यास ले रहा हूं। आज में भाजपा से अपने सभी संबंध खत्म कर रहा हूं। मैं चुनावी राजनीत से बहुत पहले सन्यास ले चुका हूं और अब दलगत राजनीति से भी सन्यास ले रहा हूं। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। आज चुप रहे तो आने वाली पीढ़ियां नहीं बख्शेंगी। केंद्र सरकार ने बजट सत्र नहीं चलने दिया और इस पर वो खुश थी। यह सत्र अविश्वास प्रस्ताव के लिए नहीं चलने दिया। उन्होंने कहा कि मैंने संबोधन में जानबूझ कर मित्रों नही कहा, जब देश मुसीबत में था, पटना ने रास्ता दिखाया था। आज भी देश को पटना रास्ता दिखाएगा।गुजरात चुनाव के कारण संसद का सत्र छोटा किया गया, देश में ऐसा कभी नहीं हुआ। हम देश की हालत पर विचार करने आए हैं। देश की परिस्थिति चिंताजनक है। उन्होने कहा कि पटना से मेरा लगाव शुरू से रहा है। मैंने यहां पढ़ाई की और नौकरी भी की। शत्रुघ्न सिन्हा घबराएं नहीं, मैं यहां से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मेरा दिल देश के लिए धड़कता है। लोकतंत्र बचाने के लिए मैं आंदोलन करूंगा। भारतीय जनता पार्टी से मेरा रिश्ता खत्म हो चुका है।