पलामू(ईन्यूज एमपी)- झारखंड में पलामू जिले के लोईंगा गांव में टीकाकरण के 16 घंटे के अंदर चार बच्चों की मौत हो गई। पांच बच्चों की स्थिति गंभीर है। उनका इलाज चल रहा है। बच्चों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है और पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले का संज्ञान लेते स्पष्ट कहा है कि इस मामले के दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पीड़ित परिवारों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। हादसे से मचे कोहराम के बीच स्थानीय विधायक राधाकृष्ण किशोर लोईंगा गांव पहुंचे। उनकी पहल पर प्रशासन ने मृत बच्चों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया। शनिवार को लोईंगा गांव के आंगनबाड़ी केंद्र पर नौ बच्चों को जापानी इंसेफलाइटिस, मिजिल्स आदि के टीके लगाए गए थे। टीके लोईंगा में पदस्थापित एएनएम (ऑक्जिलरी नर्स मिडवाइफ) द्रौपदी पांडेय के नेतृत्व में लगाए गए थे। ये टीके पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दिए गए थे। फिलहाल बचे हुए टीके और पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के टीके रखने के कमरे को सील कर दिया गया है। धरने पर बैठे ग्रामीण बच्चों की मौत से आक्रोशित ग्रामीण गांव में ही धरने पर बैठ गए। घटना की सूचना मिलते ही पलामू की चिकित्सकीय टीम लोईंगा गांव पहुंची। स्थिति का जायजा लिया। टीम ने गंभीर रूप से बीमार बच्चों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। टीकाकरण से संबंधित हर पहलू की जानकारी एएनएम से ली। बाद में विधायक राधाकृष्ण किशोर के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया।