बालाघाट : म.प्र. शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने 23 अक्टूबर 2015 को वारासिवनी, कटंगी एवं तिरोड़ी तहसील के ग्रामों का भ्रमण कर अल्प वर्षा व सूखा से प्रभावित धान के खेतों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित किसानों को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार उन्हें हर संभव मदद करेगी। निरीक्षण के दौरान पूर्व विधायक श्री ओंकार बिसेन, जिला पंचायत सदस्य श्री राहुल बिसेन, उप संचालक कृषि श्री राजेश त्रिपाठी भी मौजूद थे। कृषि मंत्री श्री बिसेन ने 23 अक्टूबर को ग्राम कोचेवाही, नरोड़ी, बंडलटोला, शेरपार, आगरी, नांदी, मोहगांव, परसवाडाघाट, अर्जुननाला, लखनवाड़ा, मानेगांव, धनकोषा, चौखंडी, देवठाना, पाथरवाड़ा, सावरी, बोथवा, टेकाड़ी, लोहाग्री, करनूटोला व जाम का भ्रमण कर किसानों की सूखा से प्रभावित धान फसल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रभावित किसानों से चर्चा की और कहा कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार किसानों के साथ खड़ी है। जिन किसानों की खेतों की धान फसल कम वर्षा या सूखा के कारण खराब हो गई है, उन किसानों को आर.बी.सी. 6-4 के तहत अधिक से अधिक राहत राशि प्रदान की जायेगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी एवं संबंधित ग्राम के सरपंच व सचिव का दल बनाकर सात दिनों के भीतर सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। सर्वे उन्हीं किसानों के खेतों का किया जायेगा, जिनकी फसल हकीकत में सूखा से खराब हो गई है। कृषि मंश्री बिसेन ने कहा कि सूखा से प्रभावित किसानों को आर.बी.सी. 6-4 के तहत राहत राशि प्रदान करने के साथ ही फसल बीमा का लाभ भी दिलाया जायेगा। श्री बिसेन ने कहा कि सम्पूर्ण म.प्र. इस वर्ष कम वर्षा के कारण सूखे की चपेट में है। प्रदेश के कुछ जिलों में अधिक वर्षा के कारण सोयाबीन की फसल खराब हो गई है। बालाघाट ही प्रदेश का अकेला जिला है, जहां पर धान की अच्छी फसल नजर आ रही है। म.प्र. में इस वर्ष अति वर्षा एवं अल्प वर्षा के कारण 22 हजार करोड़ रु. की फसल क्षति होने का अनुमान है। प्रदेश सरकार ऐसी स्थिति में किसानों को भगवान भरोसे नहीं रखना चाहती है, बल्कि प्रभावित किसानों को हर संभव मदद करना चाहती है। इसके लिए आर.बी.सी.6-4 के तहत किसानों को मदद करने का निर्णय लिया गया है।