देवास : नवरात्रि पर्व में शक्ति पूजा हमारे देश की सनातन परंपरा है। इस अवसर पर अपनी बिटिया को "सुकन्या समृद्धि योजना" का उपहार देकर उसका भविष्य उज्जवल एवं सशक्त बनाए। कलेक्टर आशुतोष अवस्थी ने यह आह्वान जिले के निवासियों से किया है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की है। कलेक्टर श्री अवस्थी ने बताया है कि यह लघु बचत योजना बच्चियों की उच्च शिक्षा और शादी पर होने वाले खर्च की जरूरत को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए डाकघर या अधिसूचित बैंक की अधिकृत शाखा में जाकर सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाना होगा। कोई भी माता-पिता अपनी 10 साल तक की बेटी का यह खाता खुलवा सकता है। इस योजना की लांचिंग के समय सरकार ने इस खाते पर 9.1 फीसद का सालाना ब्याज घोषित किया था। बेटियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक अप्रैल से इस ब्याज दर को बढ़ाकर 9.2 फीसद कर दिया है। अन्य बचत योजनाओं की तुलना में यह ब्याज काफी आकर्षक है। इस योजना को प्रोत्साहित करने के लिए कई सरकार ने कई विशेष आफर दिए हैं। ऐसे में बिटिया का भविष्य उज्ज्वल बनाने में यह योजना काफी मददगार साबित हो सकती है। पोस्ट ऑफिस से संचालित है योजना बेटी की पढ़ाई व शादी के लिए पैसे की टेंशन दूर करने को अब आप डाक विभाग के पास सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट खुलवा सकते हैं। जनवरी में पीएम श्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कैंपेन में इस स्कीम की शुरुआत की थी। इसके बाद अब पंजाब में भी इसके खाते खुलने शुरू हो गए हैं। डाक विभाग के सभी पोस्ट ऑफिसेज के साथ अकाउंट खोलने के लिए सुविधा सेंटर में भी अलग काउंटर खुलेगा। यहां जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा कराने के बाद अकाउंट खुल सकेगा। यह है योजना : इस अकाउंट में एक फाइनेंशियल ईयर में कम से कम 1 हजार और अधिक से अधिक डेढ़ लाख रुपया या इसके बीच की कितनी भी रकम जमा कर सकते हैं। यह पैसा अकाउंट खुलने के 14 साल तक ही जमा करवाना पड़ेगा। मगर, खाता बेटी के 21 साल की होने पर ही मैच्योर होगा। बेटी के 18 साल के होने पर आधा पैसा निकलवा सकते हैं। 21 साल के बाद खाता बंद हो जाएगा और पैसा गार्जियन को मिल जाएगा। अगर बेटी की 18 से 21 साल के बीच मैरिज हो जाती है तो अकांउट उसी वक्त बंद हो जाएगा। अगर पेमेंट लेट हुई तो सिर्फ 50 रुपए की पैनल्टी लगेगी। गार्जियन अपनी दो बेटियों के लिए दो अकाउंट खोल सकते हैं। जुड़वां होने पर उसका प्रूफ देकर ही तीसरा खाता खोल सकेंगे। खाते को आप कहीं भी ट्रांसफर करा सकेंगे। ऐसे समझें फायदे को : यदि 2015 में कोई व्यक्ति 1,000 रुपए महीने से अकाउंट खोलता है तो उसे 14 साल तक यानी 2028 तक हर साल 12 हजार रुपए डालने होंगे। मौजूदा हिसाब से उसे हर साल 9.1 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा तो जब बच्ची 21 साल की होगी तो उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे। यहां आपको बता दें कि 14 सालों में इस व्यक्ति को अकाउंट में कुल 1.68 लाख रुपए ही जमा करने पड़े। इसके अलावा बाकी के 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं। धन की निकासी सुकन्या समृद्धि खाता बिटिया के 21 वर्ष पूरे होने के बाद ही परिपक्व होगा। हालांकि बेटी के 18 वर्ष की होने पर इस खाते में जमा कुल रकम में से 50 फीसद रकम उसकी उच्च शिक्षा अथवा शादी के लिए निकाली जा सकती है। खाते में जमा पूरी रकम इस खाते के परिचालन के 21 साल पूरे होने पर निकाली जा सकती है। यदि बेटी का विवाह खाते की 21 वर्ष की अवधि पूरी होने से पहले हो जाता है तो विवाह की तिथि के बाद खाते का संचालन बंद कर दिया जाएगा। इस स्थिति में यह खाता पहले ही बंद कराना होगा। इसके लिए खाताधारक को एक शपथ पत्र देना होगा। आयकर में राहत आयकर बचाने की दृष्टि से यह योजना काफी उपयोगी है। इस योजना में सालाना 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर आयकर की धारा 80सी के तहत कर छूट का प्रावधान किया गया है। मैच्योरिटी के समय मिलने वाली पूरी रकम टैक्स फ्री होगी। इस तरह कुल मिलाकर देखा जाए तो बचत के लिए सुकन्या समृद्धि योजना अन्य सभी योजनाओं पर भारी पड़ती है। ऐसे में अपनी बेटी की सुख-समृद्धि के लिए यह खाता जरूर खुलवाना चाहिए। डाकघर देवास के पोस्ट मास्टर दिलशाद बेग ने बताया है कि इसके योजना के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है तथा आमजनों से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक इस योजना से जुड़े तथा अपनी बिटिया का खाता "सुकन्या समृद्धि योजना" के अंतर्गत खुलवाएं।