नई दिल्ली: राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। राहुल ने कहा, Уठीक है, हम चुनाव हार गए। मुझे लगता था कि आदमी में दम है, लेकिन अब लगता है कि दम नहीं है। मैं मोदी जी से कह रहा हूं कि आप के लिए बड़ी अपॉरच्युनिटी है। ललित मोदी को पकड़ कर यहां लाएं, क्रिकेट की सफाई करें।'' राहुल ने यह भी कहा, मोदी ने 15 लाख का वादा किया था। न खाऊंगा न खाने दूंगा का वादा किया था। लेकिन दुख की बात यह है कि मोदी संसद में ही नहीं आते। हमें एक बात समझ में आ गई कि पीएम डरता है। हम उन पर इतना दबाव डालेंगे कि ललित मोदी वापस आएगा और क्रिकेट की सफाई हो जाएगी।Ф ललित मोदी के बहाने सुषमा और जेटली पर भी निशाना राहुल ने कहा, ''सुषमा जी ने कल संसद में लंबी लंबी बातें कीं। लेकिन हमने जो दो सवाल पूछे, उनका जवाब नहीं दिया। अरुण जेटली ने भी ललित मोदी को डिफेंड किया। मामला सिंपल है, आईपीएल क्रिकेट में दो नेटवर्क हैं। एक जिसमें देश के युवा बैटिंग, बॉलिंग, फील्डिंग देख सकते हैं। दूसरा नेटवर्क ललित मोदी का है। यह बंद कमरों में होता है। करप्शन का नेटवर्क। कल सुषमा जी और अरुण जेटली ने इस करप्शन के नेटवर्क को प्रोटेक्ट किया।'' राजीव गांधी पर लगे आरोपों को किया खारिज सुषमा स्वराज द्वारा संसद में बुधवार को पूर्व पीएम राजीव गांधी पर लगाए गए आरोपों का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि पिछले 30 साल से लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन मेरे पिता को कोर्ट ने क्लीनचिट दी है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। (सुषमा ने क्या कहा, यहां पढ़ें) एफटीआईआई का मुद्दा भी उठाया राहुल गांधी ने फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया में गजेंद्र चौहान को चेयरमैन बनाए जाने का मामला भी उठाया। राहुल गांधी ने कहा कि देश के संस्थानों पर औसत दर्जे के लोगों को थोपा जा रहा है और वे ऐसा नहीं होने देंगे। राहुल ने 1993 के मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने से जुड़ी कुछ स्टोरीज चलाने के मामले में चैनलों को दिए गए नोटिस का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, ''ये सरकार मीडिया का फ्रीडम छीनना चाहती है। मैं देश के लोगों के फ्रीडम को बचाने आया हूं। यहां लोगों को आरएसएस और नरेंद्र मोदी से बचाने आया हूं।''