enewsmp.com
Home मध्य प्रदेश शिवराज कैबिनेट के विस्तार को लेकर अटकलें तेज, विंध्य से केदारनाथ शुक्ला हो सकते हैं मंत्रिमंडल में शामिल

शिवराज कैबिनेट के विस्तार को लेकर अटकलें तेज, विंध्य से केदारनाथ शुक्ला हो सकते हैं मंत्रिमंडल में शामिल

भोपाल(सचीन्द्र मिश्र) - गुजरात और हिमांचल प्रदेश विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब मध्यप्रदेश में शिवराज कैबिनेट के विस्तार को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है माना जा रहा है कि नया साल शुरु होने से पहले ही मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल किया जा सकते है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पिछले दिनों मंत्रिमंडल विस्तार लेकर पुष्टि कर चुके हैं। गौरतलब है कि भाजपा के लिए मिशन 2018 सामने आ चुका है और मध्य प्रदेश कैबिनेट के विस्तार में भी देरी थी तो केवल गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के कारण, नहीं तो पहले ही कैबिनेट विस्तार कर दिया जाता है।

मंत्रिमंडल विस्तार में करीब 10 लोगों के शामिल होने की संभावनाएं हैं सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि करीब 6 मंत्रियों के लिए जगह खाली है और चार मंत्री हटाए भी जा सकते हैं और हटाए जाने वाले मंत्रियों के स्थान भरे भी जाएंगे।

सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों के कामकाज की भी समीक्षा होगी। परफॉर्मेंस के आधार पर कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। जेलमंत्री कुसुम मेहदाले, खाद्य मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हर्ष सिंह, उद्यानिकी मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा, इन मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी लगभग तय मानी जा रही है।

सूत्रों से खबर मिली है कि विंध्य क्षेत्र इस बार काफी सुर्खियों पर है इस बार विंध्य को खासा तवज्जो दिया जा रहा है और यह भी तय माना जा रहा है कि सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला और सतना विधायक शंकरलाल तिवारी को महत्वपूर्ण मंत्री पद मिलना लगभग तय है।

मंदसौर से विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, विधायक रंजना बघेल समेत रमेश मेन्दोला, सुदर्शन गुप्ता, ओमप्रकाश सकलेचा को शिवराज मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है|

खैर अब देखना यह होगा कि भाजपा क्या आपने दागी मंत्रियों को मंत्री पद से बर्खास्त करेगी या वरिष्ठ विधायकों या नए चेहरों को मौका देगी। लेकिन यहां खास वजह यह भी है कि मौजूदा समय में कई ऐसे वरिष्ठ सदस्य हैं जो पिछले कई बार से विधायक रहे हैं लेकिन अब तक मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें जगह नहीं दिया गया है। लेकिन भाजपा अब गलतियों को सुधार कर असंतुष्ट सदस्यों की नाराजगी दूर करने में जुट गई है इसके चलते मौजूदा क्षेत्र के विधायकों को मंत्री बना कर वहां के मतदाताओं को खुश किया जा सकता है भाजपा का यह दाव पेच कितना सफल रहेगा या नहीं रहेगा यह तो मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद ही पता चल पाएगा।

Share:

Leave a Comment