शहडोल : कलेक्टर श्री एन.एस.परमार ने जिले में अवर्षा के कारण उत्पन्न सूखे की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये क्षति ग्रस्त धान की फसल का सर्वे कार्य किसानों के खेतों में पहुंचकर करने के निर्देश पटवारी, राजस्व निरीक्षक तथा कृषि विकास विस्तार अधिकारियों को संयुक्त रूप से करने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सर्वे के दौरान कोई खेत छूटने न पाये तथा सर्वे का कार्य निष्पक्ष और पारदर्षी ढंग से हो। सर्वेदल प्रत्येक गांव के प्रत्येक खेत में जाएगा। कलेक्टर ने जिले के सभी किसानों से अपील करते हुये कहा है कि सर्वे दल जब गांव में जाए तो वह अपने खेतों में मौजूद रहकर अपने सामने क्षतिग्रस्त धान की फसल का सर्वे कराये। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि कोई भी रकवा सर्वे से वंचित नहीं रहना चाहिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि फसल सर्वे के उपरांत तहसीलदार सर्वे के आंकड़ों की फीडिंग कराएं तथा आरआई के साथ हर दो दिन में राजस्व सर्किलवार समीक्षा करें। कलेक्टर ने सभी राजस्व निरीक्षकों को भी निर्देश दिये हैं कि वे अपने-अपने सर्किल में पटवारियों के साथ सर्वे की समीक्षा करें। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि धान फसल की सर्वे के दौरान सर्वे पत्रक में पटवारी, ग्रामीण कृषि विकास विस्तार अधिकारी, गांव के सरपंच, संबंधित किसान और ग्राम पंचायत के सचिव के अनिवार्यतः हस्ताक्षर कराएं तथा हर गांव का पंचनामा भी तैयार करायें। सर्वे दल किसान के साथ खड़े होकर मोबाईल से फोटो भी खिंचवाएं। कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक किसान का मोबाईल नम्बर, बैंक का नाम, बैंक खाता नम्बर, आईएफसी कोड भी सर्वे पत्रक में अंकित कराया जाए। कलेक्टर ने किसानों से अपील करते हुये कहा है कि धान के खेतों का जब तक सर्वे न हो जाये तब तक किसान धान के खेतों को सुरक्षित रखें, जानवरों से खेतों को नहीं चराएं।