भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- गुना जिले में सहरिया आदिवासी समाज के बुजुर्गों व महिलाओं ने सर्व सम्मति से फरमान सुनाया है| जिसके तहत इस समाज की महिलाएं अगर किसी दूसरे समाज के पुरुष के साथ बातचीत करेंगी तो उसे समाज से निकाल दिया जाएगा। इतना ही नहीं, समाज की कोई भी महिला अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखेंगी। खासकर कुंवारी लड़कियां तो बिलकुल भी नहीं । जिससे लड़कियां मोबाइल पर अश्लील बातें न कर सकें। गुना में मंगलवार को राजस्थान बार्डर से लगे प्रदेश के आखिरी गांव डेहरा में निवास करने वाले आदिवासी समाज ने यह निर्णय लिया गया है। समाज की महिलाएं यदि कहीं मजदूरी करने भी जाती हैं तो महिलाएं कम से कम पांच महिलाओं के समूह में ही मजदूरी करने जाएंगी, ताकि आदिवासी महिलाओं का कोई शोषण न करने पाए।अगर कोई महिला अकेले काम पर जाती है तो उसे दंडित किया जाएगा या उसे समाज से बाहर कर दिया जाएगा। पुरुषों के शराब पीने, गांजा पीने और जुआं खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर कोई पुरुष नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़े दंड दिए जाएंगे। दंड नहीं तो फिर समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा। इसके अलावा हर बच्चे को स्कूल भेजना होगा और अगर मां-बाप ने स्कूल नहीं भेजा तो उन्हें दंडित किया जाएगा। समाज की लड़कियां अंतरजातीय विवाह नहीं करेंगी, यदि कोई लड़की अंतरजातीय विवाह करती है तो उसके परिवार पर 5 हजार रुपए अर्थदंड लगेगा। समाज का कोई भी व्यक्ति अपने बच्चों की शादी के लिए अपनी जमीन साहूकारों के जहां गिरवी नहीं रखेगा। समाज में मृत्युभोज बंद करके सिर्फ 5 कन्याओं को भोज कराने का निर्णय लिया है। समाज की कोई भी महिला किसी भी तरह का नशा भी नहीं करेगी। समाज का जो भी व्यक्ति अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेगा उसके परिवार पर भी 5 हजार रुपए महीने जुर्माना लगाया जाएगा।