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Home मध्य प्रदेश कलेक्टर ने बैंक मैनेजरों को लगाई फटकार, कहा: बेवजह लोगों को तंग किया तो खैर नहीं

कलेक्टर ने बैंक मैनेजरों को लगाई फटकार, कहा: बेवजह लोगों को तंग किया तो खैर नहीं

गुना(ईन्यूज़ एमपी)- कलेक्टर राजेश जैन ने स्वसहायता समूहों के खाते खोलने में अडंगा लगाने पर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स गुना के प्रबंधक को फटकार लगाते हुए साफ शब्दों में कहा कि बेवजह लोगों को तंग ना करें, अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें। उन्होंने स्वरोजगारमूलक योजनाओं में जरूरतमंदों को तत्परता से ऋण मुहैया कराने के प्रबंधक को कड़े निर्देश दिए। कलेक्टर ने यह निर्देश यहां सम्पन्न हुई जिला स्तरीय सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।

कलेक्टर ने भारतीय स्टेट बैंक की आरोन शाखा के प्रबंधक द्वारा महिला स्वसहायता समूहों की महिलाओं को सुबह से शाम तक बैंक में बैठाए रखने के बावजूद उनके खाते ना खोलने तथा लोन मुहैया ना कराए जाने की ओर ध्यान आकर्षित कराने पर बैंक की गुना शाखा प्रबंधक को आड़ेहाथों लिया और कहा कि आप सुनिश्चित करें कि उक्त शाखा में अब भविष्य में किसी व्यक्ति को तंग ना किया जाए और अब ऐसा किया तो, उक्त शाखा प्रबंधक की खैर नहीं है।

कलेक्टर ने यूनियन बैंक द्वारा स्वरोगारमूलक योजनाओं में लोन मुहैया ना कराए जाने की ओर ध्यान आकर्षित कराने पर नाराजगी जताते हुए बैंक प्रबंधक को आड़ेहाथों लिया और कहा कि जरूरतमंदों को स्वरोजगार मूलक योजनाओं में तत्परता से लोन मुहैया कराना सुनिश्चित करें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

नगरपालिका के माध्यम से संचालित स्वरोजगारमूलक योजनाओं के अन्तर्गत जरूरतमंदों को लोन मुहैया कराने में हीलाहवाली देने पर कलेक्टर ने भारतीय स्टेट बैंक के प्रबंधक को भी आड़ेहाथों लिया और कहा कि आपके यहां अनुदान राशि जमा कराने के बावजूद आप आजीविका चलाने हेतु छोटी-छोटी राशियों के लोन के लिए गरीबों को चक्कर कटवा रहे हैं। ऐसे नहीं चलेगा। आप गरीबों को यथासमय ऋणराशि मुहैया कराना सुनिश्चित करें, ताकि वे समय पर अपना स्वरोजगार शुरू कर सकें। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं द्वारा स्वरोजगारमूलक योजनाओं के अन्तर्गत लोन वितरण में अरूचि दिखाने पर अप्रसन्नता जताई और कहा कि यह मुख्य बैंक है, जिसको इस दिशा में अग्रणी होकर कार्य करने की जरूरत है।

कलेक्टर ने पशुपालन विभाग द्वारा बनाए गए डेयरी उद्योग स्थापना के प्रकरण वापस करने के लिए बैंक के शाखा प्रबंधक को नोटिस भिजवाने के मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिले में डेयरी उद्योग की असीम संभावनाएं हैं और इस लाभदायक प्रोजेक्ट के प्रकरण वापस करना उचित नहीं है। डेयरी उद्योग के हितग्राही के लिए बैंक को ऋण का पैसा वापस करना आसान है। कलेक्टर ने अनुसूचित जाति वर्ग के स्वरोजगारमूलक योजनाओं के प्रकरणों में बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ऋण मुहैया नहीं कराने पर नाराजगी जताई और कहा कि अब शाखा प्रबंधक इन प्रकरणों को लटकाएं नहीं और तत्परता से ऋण का वितरण करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सभी बैंकर्स को हिदायत दी कि वे शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं में तत्परता से जरूरतमंदों को ऋण मुहैया कराना सुनिश्चित करें।

भारतीय रिजर्व बैंक भोपाल के जिला प्रबंधक ए.के.द्विवेदी ने कहा कि बैंकर्स लोन वितरण की प्रोग्रेस बढ़ाएं। अभी उनकी प्रोग्रेस संतोषप्रद नहीं है। उन्होंने स्वरोजगारमूलक योजनाओं में ज्यादा-से-ज्यादा ऋण प्रकरणों में यथासमय जरूरतमंदों को लोन मुहैया कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोन के लिए अधिकतर गांव के लोग आस लगाए रहते हैं, जिनके प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है। उन्होंने बैंकर्स से कहा कि आपका सामाजिक उत्तरदायित्व है कि आप इन लोगों की अर्थव्यवस्था ठीक करने के लिए उन्हें लोन दें, ताकि भारत की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो। लीड बैंक प्रबंधक व्ही.के.जैन ने उम्मीद जताई कि बैंकर्स जरूरतमंदों को यथासमय ऋण उपलब्ध कराएंगे और ऋण प्रकरण लटकाए रखने के लिए कहने का मौका नहीं देंगे।

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