इंदौर(ईन्यूज़ एमपी)- मध्यप्रदेश शासन, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन इन्दौर द्वारा दिव्यांगजनों के रोजगार पुनर्वास के संबंध में विभिन्न नियोक्ताओं एवं अभ्यर्थियों से प्राप्त हुए सुझावों के आधार पर वृहद दिव्यांगजन स्पर्श रोजगार मेलों का आयोजन किया जाता रहा है। जिसमें सम्पूर्ण प्रदेश से हजारों की संख्या में दिव्यांगजन एवं बहुतायत में नियोजन इकाईयां सम्मिलित होती रही हैं। इस दौरान देखने में आया है कि प्रतिष्ठित कम्पनियों/प्रतिष्ठानों द्वारा विभिन्न श्रेणी के दिव्यांगजन जैसे - अस्थिबाधित, श्रवणबाधित दिव्यांगजन जो कि विभिन्न शैक्षणिक योग्यताओं एवं अनुभवों से परिपूर्ण हैं, उन्हें प्रचुर मात्रा में निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं द्वारा रोजगार का अवसर प्रदान किया जाता है, लेकिन दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों को किसी भी कम्पनी द्वारा रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं कराये जाते हैं। दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों की यह समस्या समाचारपत्रों द्वारा प्रमुखत: से उठाई गई। इसी दौरान शहर में स्थापित अपना स्वीट्स के को-ऑनर प्रकाश राठौर एवं भूपेन्द्र राठौर से इस संबंध में चर्चा की गई, तब उन्होंने सहर्ष जिम्मेदारी लेते हुए इच्छा व्यक्त की, कि हमारा प्रतिष्ठान दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों को भी रोजगार के अवसर प्रदान करेगा और इस प्रकार उन्होंने दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों को अपने प्रतिष्ठानों में रोजगार को अवसर उपलब्ध कराया। वर्तमान में अपना स्वीट्स के विभिन्न प्रतिष्ठानों में 90 से अधिक दृष्टिबाधित दिव्यांगजन अन्य श्रेणी के दिव्यांगजनों के साथ कार्यरत हैं एवं कोई भी जरूरतमंद दृष्टिबाधित दिव्यांगजन नौकरी हेतु अपना स्वीट्स से सम्पर्क कर सकता है। नि:शक्तजन रोजगार प्रभारी ने बताया कि अपना स्वीट्स के कार्य को देखते हुए भारत शासन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, नईदिल्ली द्वारा अपना स्वीट्स को दिव्यांगजनों हेतु सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता के राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु चयनित किया गया एवं आज 3 दिसम्बर 2017 विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर अपना स्वीट्स इन्दौर प्रतिष्ठान के को-ऑनर प्रकाश राठौर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि प्राप्त डाटा के अनुसार अपना स्वीट्स इन्दौर में देश में सर्वाधिक दृष्टिबाधित दिव्यांगजन कार्यरत हैं।