मुरैना(ईन्यूज़ एमपी)- प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी आरसीव्हीपी नरोन्हा भोपाल से चम्बल संभाग के भिण्ड, मुरैना एवं श्योपुर जिले में प्रशिक्षण के तौर पर आये राज्य सिविल सेवाओं के प्रशिक्षु अधिकारी कुशल प्रशिक्षण प्राप्त कर एक अच्छे अधिकारी बन कर दिखायें। यह बात आयुक्त चम्बल संभाग डॉ. एम के अग्रवाल ने शनिवार को चम्बल भवन में उपस्थित 39 प्रशिक्षु अधिकारियों से कही। आयुक्त चम्बल संभाग डॉ. अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी आर सी व्ही पी नरोन्हा भोपाल द्वारा सहायक संचालक जन संपर्क, प्रबंधक उद्योग, खण्ड स्तरीय महिला शक्तिकरण, महिला बाल विकास परियोजना, वाणिज्य कर अधिकारियों को प्रशिक्षण तौर पर 39 प्रशिक्षु अधिकारियों को चम्बल संभाग में 2 से 6 दिसम्बर 2017 तक भेजा गया है। संभाग स्तर से प्रशिक्षु 39 अधिकारियों में से भिण्ड जिले के तीन स्थानों पर 4-4, श्योपुर जिले में तीन स्थानों 4-4, मुरैना जिले में 3 स्थानों पर 4-4 और एक स्थान पर 3 प्रशिक्षु अधिकारियों को संचालित योजनाओं का प्रशिक्षण एवं भूगोलिक स्थिति से परिचित होने का प्रबंधक किया है। इन दलों के साथ पर्याप्त मात्रा में अधिकारियों को तैनात किया है। उन्होने कहाकि तीनों जिलो से प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त 5 दिसम्बर को अपरानह 3 बजे तक चम्बल भवन में प्राप्त किये गये प्रशिक्षण का अपने स्तर से अवगत करायेंगे। कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने राज्य प्रशनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रशिक्षु के तौर पर जाये न कि प्रेक्षक के रूम में। उन्होने कहा कि प्रशिक्षण में किसी प्रकार को कोताई न बरर्ते, क्यों यही प्रशिक्षण भविष्य में कार्य करने में महत्वपूर्ण मददगार सविता होगा। कलेक्टर ने कहा कि विशेष कर जनसंपर्क विभाग का महत्वपूर्ण दायित्व होता है। इसके लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा आगे आये लाभ उठायें पुस्तक प्रदान की जा रही है इस पुस्तक का अध्ययन करे, पुस्तक में अन्य समस्त विभागों की संभवतः योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी सकलित है। संभाग स्तरीय प्रशिक्षण में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सोनिया मीणा ने स्वच्छ भारत, प्रधानमंत्री आवास, मध्यान्ह भोजन आदि के संबंध में विस्तार से बताया। संयुक्त संचालक महिला एवं वाल विकास डी के सिद्धार्थ ने आईसीडीसी और पोषण आहार तथा कुपोषित बच्चों, किशोरी बालिका तथा महिला शक्तिकरण विभाग की घरेलू अहिंसा आदि के बारे में बताया। जीएम डीआईसी तिवारी ने स्वरोजगार, मुख्यमंत्री युवा उद्यामी योजना के बोर में बताया जबकि महाविद्यालय मुरैना के डॉ.बी एस राठौर द्वारा चम्बल संभाग की सम्पूर्ण पर्यवरण, चम्बल नदी के मिनरल वाटर की विशेषता, जलीय जीव, घडियाल, मगर, डाल्फिल, कचुआ आदि के बारे में विस्तार से समझाईश देकर निर्धारित स्थानों के लिए रवानाकिया।