सिंगरौली (ई न्यूज़ एमपी ) कलेक्टर अनुराग चौधरी ने के अध्यक्षता में एवं पुलिस अधीक्षक विनीत जैन के गरिमामय उपस्थिति में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में एनसीएल के विभिन्न कोल माइंसों एवं जिले में स्थापित औद्योगिक इकाईयों के अधिकारियों तथा ट्रांसपोर्टरों एवं भारी वाहनों के डीलरों की बैठक आयोजित हुई। कलेक्टर अनुराग चौधरी के द्वारा जिला परिवहन अधिकारी एस.पी.दुबे को निर्देश दिए कि पूर्व बैठक में लिए गए निर्णय के प्रस्तावों का वाचन किया जाय। तत्पश्चात कलेक्टर द्वारा कम्पनी के कोल परिवहन करने वाले अधिकारियों से पूर्व में लिए गए निर्णय का पालन नहीं किये जाने के फलस्वरूप नाराजगी जाहिर करते हुए निर्देश दिए कि अब एस्सार पावर सहित कोल परिवहन करने वाले वाहन 25 किलोमीटर प्रति घंटे के ही हिसाब से चलेंगे तथा एक दिवस के अंदर सभी वाहनों में स्पीड गवर्नर लगाया जाकर मुझे अवगत कराया जाय। अन्यथा कोल परिवहन के वाहन रोड पर किसी भी हालत में नहीं चलेंगे। बैठक के दौरान एसडीएम विकास सिंह, निगमायुक्त शिवेन्द्र सिंह सहित एनसीएल के विभिन्न परियोजनाओं के अधिकारी एस्सार पावर, हिन्डोलको, के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक विनीत जैन के द्वारा यह सुझाव दिया गया कि अधिकांश वाहन अन्य प्रदेशों से रजिस्ट्रेशन कराये हैं एवं म.प्र. में ही चलते हैं। जिससे अपने प्रदेश का कर अपवंचन हो रहा है तथा यह वाहन भी अवैध रूप से चलते हैं नियमानुसार यदि बराबर मप्र में ही चल रहे हैं तो इन्हें मप्र में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। जिसके संबंध में कलेक्टर द्वारा निर्देश दिया गया कि ऐसे वाहनों की चेकिंग किया जाय एवं इनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करें। आगे उन्होने यह भी निर्देश दिया कि सभी कोल परिवहन करने वाले वाहनों की सूची एनसीएल, एस्सार, हिन्डालको आदि जिला परिवहन कार्यालय को उपलब्ध करायेंगे जिनका जांच गहनता से करने के पश्चात एवं वैध कागजात पाये जाने के उपरांत इन्हें परिवहन करने की अनुमति प्रदान की जायेगी। वहीं प्रत्येक वाहनों में जीपीएस सिस्टम, पोग लाइट, वाहन के दाहिने साइड में एवं पीछे की तरफ मालिक का नाम, चालक का नाम एवं मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से अंकित होना चाहिए। वहीं कलेक्टर के द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि शराबी वाहन चालकों की जांच एनसीएल, एस्सार, हिन्डालको स्वयं करें यदि नशे की हालत में कोई भी चालक पाये जायें तो उनकी रिपोर्ट अनिवार्य रूप से संबंधित थानाओं में दर्ज करें। वहीं कलेक्टर के द्वारा पूर्व बैठक में लिये गये निर्णय का पालन शत-प्रतिशत करने हेतु सभी कम्पनियों के अधिकारियों को निर्देश दिया गया। 10-10 लाख सुरक्षा निधि हेतु करें जमा कलेक्टर द्वारा निर्देश दिया गया कि प्राय: यह देखने में आया है कि कोई भी घटना होने पर घायलों के परिवारों को आर्थिक राशि दिये जाने में कठिनाई आती है तत्काल राहत राशि प्रदान नहीं हो पाती है ऐसी स्थिति में एनसीएल, एस्सार, हिन्डालको 10-10 लाख सुरक्षा निधि में जमा करें एवं कोल परिवहन करने वाले वाहनों से भी 100-100 रूपये प्रतिमाह जमा कराया जाय। जीएम गोरबी प्रोजेक्ट को नोटिस जारी बैठक के दौरान यह बात सामने आयी कि शुक्ला मोड से गोरबी तक सड़कों में काफी डस्ट एवं कोयला पड़ा रहता है जिसकी सफाई कराने की जबावदारी गोरबी प्रोजेक्ट की है। किन्तु उनके द्वारा नहीं कराया जा रहा है काफी सड़क में डस्ट वाहन चलते समय उड़ता है, जिसके संबंध में कलेक्टर के द्वारा एसडीएम को निर्देश दिया गया कि जीएम गोरबी को नोटिस जारी कर जिला दण्डाधिकारी के कार्यालय में तलब किया जाय।