मुरैन(ई न्यूज़ एमपी ) दिल्ली से आने वाली पश्चिम रेलवे मार्ग से कोल्हापुर जाने वाली स्पेशल टे्न मध्य रेलवे के ट्रेक बानमोर रेलवे स्टेशन पर रूकने पर यात्रियों ने स्टेशन मास्टर को बताया कि इस ट्रेन को सीधे झांसी के लिये रवाना किया। गलत ट्रैक पर लगभग 175 किलोमीटर का सफर तय किये जाने से रेल विभाग में हडक़म्प मच गया। रेल अधिकारी अब लापरवाही करने वाले कर्मचारी अधिकारी की तलाश कर रहे हैं। दिल्ली से सैकड़ों किसान महाराष्ट्र के कोल्हापुर जा रहे थे। इनके लिये दिल्ली के रेलवे स्टेशन से एक ट्रेन यात्रा स्पेशल के नाम से रवाना हुई। यह ट्रेन दिल्ली से मथुरा, भरतपुर, कोटा, नागदा, रतलाम होती हुई महाराष्ट्र जाना था, लेकिन यह ट्रेन मथुरा से सीधे आगरा पहुंच गई। यहां से धौलपुर मुरैना होती हुई सुबह 8 बजे बानमोर पहुंची। यहां आगे का रेल ट्रेक भरा होने के कारण रूक दिया गया। ट्रेन से उतरे यात्रियों ने जब इसकी जानकारी ली तो पता चला कि वह गलत ट्रेक पर आ गये है। इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी गई जैसे ही झांसी रेल कन्ट्रोल रूम में यह सूचना पहुंची कि यात्रा स्पेशल ट्रेन गलत रूट पर लम्बा सफर तय कर गई है। रेल विभाग में हडक़म्प मच गया। यह ट्रेन बानमोर स्टेशन पर लगभग आधा घंटे खड़ी रही उसके बाद उसे झांसी के लिये रवाना कर दिया। मुरैना तथा बानमोर रेलवे स्टेशन पर कोई भी रेल अधिकारी कर्मचारी इस संबंध में कुछ भी कहने से इन्कार कर रहे हैं। रेल विभाग में यह चर्चा है कि इसमें बानमोर मुरैना धौलपुर की गलती नहीं है बल्कि सबसे बड़ी गलती आगरा रेल कन्ट्रोलर की है क्येांकि मथुरा से पश्चिम रेलवे के मार्ग पर इस गाड़ी को भेजा जाना था।