भोपाल (ई न्यूज़ एमपी)लगातार हादसों के बाद भी रेलवे में लापरवाहियां नहीं थम रही हैं। शनिवार को जम्मूतवी से इंदौर के बीच चलने वाली मालवा एक्सप्रेस निशातपुरा पर रेड सिग्नल के बावजूद दस किलोमीटर दौड़ती रही और बैरागढ़ पहुंच गई। इसके बाद रतलाम रेल मंडल ने ट्रेन के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को बैरागढ़ स्टेशन पर ही सस्पेंड कर दिया। दूसरा क्रू ट्रेन लेकर इंदौर गया। गाड़ी संख्या 12920 मालवा एक्सप्रेस भोपाल से 12.15 पर चली और 12.25 बजे निशातपुरा में एडवांस रेड सिग्नल पार कर गई। इससे खलबली मच गई। बैरागढ़ में बदला स्टाफ ट्रेन के बैरागढ़ पहुंचते ही लोको पायलट रॉबिन सैनी और सहायक लोको पायलट शाहिद खान को सस्पेंड करने के आदेश दिए गए और उन्हें इंजन से उतार लिया गया। इस कारण ट्रेन करीब सवा घंटे तक बैरागढ़ में खड़ी रही। ऐसे पार किए तीन सिग्नल भोपाल से ट्रेन चलाने को होम सिग्नल दिया जाता है। निशातपुरा पहुंचने पर भी ट्रेन होम सिग्नल पार कर स्टेशन एरिया में आती है। यहां से एडवांस सिग्नल पार कर ट्रेन बैरागढ़ की ओर जाती है। लोको पायलट ने एडवांस सिग्नल देखे बिना ट्रेन दौड़ा दी। ...तो बड़ा हादसा हो जाता जानकारों का कहना हैं कि होम सिग्नल रेड होने का सीधा मतलब ट्रेन को हर हाल में रोकना है। इस दौरान यदि पटरी पर कोई मरम्मत कार्य चल रहा होता या फिर आगे कोई ट्रेन होती तो बड़ा हादसा हो जाता और कई लोगों की जान जा सकती थी। 20 मिनट पहले निकली थी पटना- इंदौर : सूत्रों के मुताबिक पटना-इंदौर एक्सप्रेस 11.50 बजे भोपाल से बैरागढ़ के लिए रवाना हुई थी। यह ट्रेन बैरागढ़ स्टेशन के होम सिग्नल पर खड़ी थी। इसके पीछे मालवा एक्सप्रेस को रवाना किया गया था। यदि यह ट्रेन बीच रास्ते में खड़ी होती तो टक्कर होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता था।