दिल्ली(ईन्यूज़ एमपी)- मिशन 19 के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपनी कैबिनेट का विस्तार किया। 3 साल के कार्यकाल में मोदी कैबिनेट का यह तीसरा विस्तार है। इस बार 9 नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया गया तो वहीं 4 मौजूदा मंत्रियों के प्रदर्शन के आधार पर उनकी प्रमोशन की गई है।सबसे पहले कैबिनेट मंत्री के रूप में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शपथ ली।बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।पीएम ने कैबिनेट से पहले इन मंत्रियों को नाश्ते पर बुलाया और न्यू इंडिया का टारगेट उनके सामने रखा। एक नजर मोदी के 9 नये मंत्रियों पर :- -पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने राज्य मंत्री की पद शपथ ली। मनमोहन सरकार में गृह सचिव रहे हैं आरके सिंह. बिहार के आरा से हैं सांसद। -अल्फोंस कन्नथनम ने ली राज्य मंत्री पद की शपथ। किसी भी सदन के सदस्य नहीं है। 1994 में टाइम्स पत्रिका की 100 यंग ग्लोबल लीडर में शामिल। -यूपी के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह राज्य मंत्री बने। पुणे और नागपुर में पुलिस कमिश्नर रहे। वे मुंबई पुलिस कमिश्नर भी रहे हैं। -गजेंद्र सिंह शेखावत केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बने। वे जोधपुर से है सांसद। शेखावत तकनीक समझने वाले प्रगतिशील किसान हैं और संसद की स्थाई समिति के सदस्य (वित्त)। -हरदीप सिंह पुरी ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली। पुरी किसी सदन से नहीं हैं। विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा में दक्ष हैं। संयुक्त राष्ट्र में राजदूत रहे व ब्राजील और ब्रिटेन में राजदूत का पद संभाला। -अनंतकुमार हेगड़े कनार्टक से लोकसभा सांसद हैं। विदेश और मानव संसाधन मामलों पर बनी संसदीय समिति के भी सदस्य। हेगड़े कोरियन मार्शियल ताइक्वांडो भी जानते हैं। हेगड़े कदंबा के फाउंडर अध्यक्ष हैं जो एक एनजीओ है और ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य जैसे कई क्षेत्रों में काम करती है। -शिव प्रताप शुक्ल उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं साथ ही वो संसदीय समिति (ग्रामीण विकास) के सदस्य भी हैं। शिव प्रताप ग्रामीण विकास, एजुकेशन और जेल सुधार के लिए किए गए अपने काम के लिए जाने जाते हैं। इमरजेंसी के दौरान वो मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (मीसा) के तहत 19 महीने जेल में रहे थे। -वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टिकमगढ़ से लोकसभा सांसद हैं। वीरेंद्र कुमार दलित समुदाय से आते हैं। वे जाति से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए युवाओं को अपने साथ जोड़ने का काम भी कर रहे हैं। अनाथालय, स्कूल और ओल्ड एज होम (बुजुर्गों के लिए घरों) के लिए भी काम करते हैं। उन्होंने इकनॉमिक्स से एमए और चाइल्ड लेबर में पीएचडी की है। -अश्विनी कुमार चौबे बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने 8 साल तक स्वास्थ्य, शहरी विकास और जनस्वास्थ्य, इंजिनियरिंग जैसे कई अहम विभागों को संभाला है। उन्हें 'घर-घर में हो शौचालय, तभी होगा लाडली बिटिया का कन्यादान' जैसे नारों का क्रेडिट भी दिया जाता है, साथ ही उन्होंने महादलित परिवारों के 11 हजार शौचालय बनवाने में भी सहायता की।