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Home मध्य प्रदेश हाय रे तबादला: प्रदेश की एक ऐसी तेज तर्रार महिला ऑफिसर जिसने KBC में जीते थे कभी........, आज वही महिला ऑफिसर ट्रांसफर के अर्धशतकों के आधे पड़ाव पर पहुंची

हाय रे तबादला: प्रदेश की एक ऐसी तेज तर्रार महिला ऑफिसर जिसने KBC में जीते थे कभी........, आज वही महिला ऑफिसर ट्रांसफर के अर्धशतकों के आधे पड़ाव पर पहुंची

ईन्यूजयमपी डॉट कॉम : वर्ष, 2011 में सिर्फ एक गलत जवाब से 5 करोड़ रुपए जीतने से वंचित रहीं मप्र की तेज तर्रार आॅफिसर अपने तबादले के कारण कारण मीडिया की सुर्खियों में हैं।

प्रदेश में इस समय तबादले का दौर जारी है अभी कुछ दिनों पहले 12 जुलाई को एक तबादला आदेश जारी किया गया जिसमें तहसीलदार अमिता सिंह तोमर का तबादला ब्यावरा से सीधी कर दिया गया है
आपको बता दें कि 2003 में नायाब तहसीलदार बनीं, 2011 में तहसीलदार प्रमोट हुईं, तहसीलदार अमिता सिंह तोमर14 साल की नौकरी में 25 तबादले किए गए हैं जिनमें 9 जिले और 25 तहसीलों में उनकी पदस्थापना दी गई है फिलहाल चर्चा इसलिए कि उनका तबादला राजगढ़ जिले के ब्यावरा तहसील से 800 किमी दूर सीधी जिले में कर दिया गया है। बता दें कि अधिकांश तहसीलदारों की पूरी सेवा 2 से 6 जिलों में ही निकल जाती है लेकिन यहां तो 14 साल के कार्यकाल में 25 से अधिक बार तबादले किए गए हैं जिससे तंग आकर तहसीलदार अमिता सिंह ने प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदीको पत्र औैर मुख्यमंत्रीशिवराज सिंह चौहानको ट्विट कर न्याय की गुहार लगाई है।

एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा की हर बार मेरा तबादला 500 किलोमीटर दूर किया जा रहा है जिला दतिया से जिला सीहोर सीहोर के बाद भिंड फिर देवास फिर श्योपुर फिर उज्जैन के बाद रतलाम और रतलाम से राजगढ़ और अब सीधी कर दिया गया है।
उनका कहना है कि अभी हाल में ही मैंने ब्यावरा में कुछ रसूखदारों के अतिक्रमण हटाने का कार्य किया है क्या यह मुझे इतना दूर भेजने की वजह है अन्यथा मेरे विरुद्ध न जन जनशिकायत आई ना ही मुझ पर कोई लेन-देन या भ्रष्टाचार का आरोप लगा है और ना ही मेरे कार्यकाल में कोई फाइल लंबित होती है। राजस्व एवं बैंक वसूली में राज्य में श्रेष्ठतम रहती हूं अतिक्रमण हटाने में भी शीर्ष पर रहती हूं ,हर वर्ष CR प्लस रहती है सैकड़ों मेडल पुरस्कार मिले हैं सिंहस्थ में दो प्रमाणपत्र और एक मॉडल मिला इतना सब कार्य करने के बाद मेरा ही स्थनांतरण इस तरह क्यों किया गया। इतना है कि मैं अकेली महिला हूं कितनी परेशानी का सामना करती हूं यह मैं ही जानती हूं बार-बार हो रहे तबादलों से मेरे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है तबादला प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ट्रांसफर के लिए उन्होंने अपने गृह जिले के आसपास की जगह ग्वालियर एवं श्योपुर चाहा था परंतु इतना दूर मुझे हमेशा अधिकांश होता है ऐसी जगह भेजा जाता है जहां कोई बुनियादी ढांचा या मुख्य रेल लाइनें नहीं होती है

कौन बनेगा करोड़पति में 50 लाख जीतने वाली इस महिला अधिकारी कहना है कि पहले मुझे लोग KBC वाली मैडम के नाम से बुलाते थे लेकिन अब ट्रांसफर वाली मैडम से बुलाते हैं।


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