Enewsmp.com झाबुआ। किसानों द्वारा अपनी फसल उगाने तथा बेहतर पैदावार के लिए रासायनिक उर्वरकों का उपयोग किया जाता है। अब रासायनिक उर्वरक वितरण में भी डी.बी.टी. योजना लागू हो रही है। аа аजिले में 01 जून 2017 से उर्वरकों के विक्रय पर डी.बी.टी. योजना प्रभावशील होने जा रही है। अब उर्वरकों का विक्रय पी.ओ.एस मशीनों के माध्यम से किया जाना है। उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरक किसानों को बेचने हेतु पी.ओ.एस मशीन का उपयोग अनिवार्य होने जा रहा है। डी.बी.टी. प्रक्रिया को समझाने के लिए जिले के समस्त उर्वरक विक्रेताओं का प्रशिक्षणа 23 मई 2017 को जिला मुख्यालय पर आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण हेतु तीन बेच बनाये गये है। प्रथम बेच में जिले की समस्त सहकारी समितीयों के प्रबंधकों, थोक उर्वरक विक्रेताओं को आमंत्रित किया गया है। दूसरे बेच में जिले के फुटकर समस्त उर्वरक विक्रेता तथा तीसरे बेच में कृषि तथा अन्य विभागों के मैदानी अमले द्वारा सहभागिता की जाएगी। प्रथम बेच प्रात: 10:00 से 12:00 बजे तक दूसरा बेच दोपहर 12:30 से 2:30 बजे तक तथा तीसरा बेच दोपहर 3:30 से 5:30 बजे तक चलेगा। डी.बी.टी. योजना तथा प्रशिक्षण कार्य सुचारू संपादन के लिए चम्बल फर्टिलाइजर कम्पनी को जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पी.ओ.एस. मशीनें भी चम्बल फर्टिलाइजर के माध्यम से ही उर्वरक विक्रेताओं को उपलब्ध कराई जावेगी। कृषकों को उर्वरक खरीदने के लिए उनका आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा।