👉 शिवराज अपनी ही सरकार की विश्वसनीयता पर लगा रहे हैं प्रश्नचिह्न भोपाल enewsmp:-नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने बैतूल सांसद ज्योति धुर्वे के जाति प्रमाण पत्र के मामले में भाजपा सरकार द्वारा लिए गए यू-टर्न पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अपराधी अगर भाजपा का है तो सौ खून माफ है की तर्ज पर शिवराज सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ज्योति धुर्वे या केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के अपराध में यही संदेश मुख्यमंत्री ने अपने शासन-प्रशासन को दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान अपनी सरकार की संस्थाओं की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं और रौब डालकर उनके सही निर्णय को बदलवा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि सांसद धुर्वे के मामले में राज्य छानबीन समिति ने जांच कर उनके जाति प्रमाण पत्र को फर्जी माना। अब वही समिति मुख्यमंत्री के दबाव में रिव्यू कर कहती है कि कुछ तथ्यों की अनदेखी की गई इसलिए पूर्व में निकला आदेश निरस्त किया गया। उनके शासन-प्रशासन में अराजकता का इससे बड़ा कोई उदाहरण हो नहीं सकता। सिंह ने कहा कि यह मामला बेहद संगीन है और लोकतंत्र के स्तंभ विधायिका से जुड़ा हुआ है। उसमें अगर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़ता और जीतता है तो इससे गंभीर मामला हो नहीं सकता। उन्होंने कहा कि राज्य छानबीन समिति में शासन के उच्च अधिकारी हैं, उनके द्वारा लिए गए निर्णय को गलत साबित करना इस बात का द्योतक है कि पूरी शिवराज सरकार फर्जी निर्णय और सही निर्णय को किस तरह बदलने में लगी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले सात दिन में यह दूसरा उदाहरण है जब शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा से जुड़े नेताओं के मामले में शासन-प्रशासन पर दबाव डालकर सही को गलत करवाया है। उन्होंने कहा कि उमरिया जिले में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के मामले में भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासकीय स्कूल की जमीन हड़पने के प्रकरण में जिला प्रशासन पर दबाव डालकर तीन-चार घंटे में ही उन्हें क्लीन चिट दिलवा दी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सबसे गंभीर यह है कि यह काम सीधे उस मुख्यमंत्री के दबाव में हो रहा है जो अपने को ईमानदार और अपनी सरकार में सुशासन होने का दावा करता है जबकि दोनों प्रकरणों में सुशासन को पलीता मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही लगाया गया है, जो शर्मनाक है।