👉व्यापम में फर्जीवाडे के शिकार युवाओं की शासकीय नौकरी में आयु सीमा में मिले छूट 👉शामिल परिक्षार्थियों का परीक्षा शुल्क माफ हो नेता प्रतिपक्ष की मांग भोपालenewsmp✍नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि व्यापम घोटाले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह कभी क्लीन नहीं हो सकते क्योंकि चारा घोटाले से बड़ा व्यापम महाघोटाला उनके कार्यकाल की देन है । जिसमें प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य अंधकार में चला गया । इस जघन्य अपराध के दोषी मुख्यमंत्री हैं । उन्होंने कहा कि सी.बी.आई.अगर वाकई में सच्चाई सामने लाना चाहती है तो उसे मुख्यमंत्री उनकी पत्नी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, अजय मेहता, गुलाब सिंह किरार, नितिन महिन्द्रा,मुख्यमंत्री के पी.ए. प्रेमसिंह का नार्को देस्ट करवाना चाहिए सच्चाई सामने आ जायेगी । नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुनियोजित तरीके से व्यापम घोटाले से मुक्त होने के लिए छटपटा रहे हैं। एक अखबार में प्रकाशित खबर को लेकर प्रचारित करना फिर मुख्यमंत्री के किचिन केबिनेट मंत्री का सी.बी.आई. जाना साबित करता है कि अंदर से उन्हेंं इस घोटाले को लेकर कितनी दहशत है । उन्होने कहा कि हार्डडिस्क में छेडछाड हुई की नही इस पर निर्णय आना बाकी है लेकिन चोर की दाडी में तिनका कहावत के चलते पूरे प्रदेश में झूठा प्रचार करने में मुख्यमंत्री के विशेष कृपा पात्र लगे हुए है। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि वे बताएॅं कि क्या कैग द्वारा व्यापम को लेकर की गई प्रेस कांफ्रेंस उसमें सरकार पर व्यापम के दस्तावेज देने से मना करने की बात झूठ है, क्या उनके मंत्री रहे लक्ष्मीकांत शर्मा जेल नही गए, क्या चिकित्सा शिक्षा का प्रभार उनके पास नही था । क्या उन्होनें स्वय विधानसभा में 1000 प्रकरणों में गडबडी होना स्वीकार नही किया। क्या आज भी सैकडों लोग जेल में नही हैं घ् सिंह ने कहा कि अगर यह सब बाते झूठी हैं तो निश्चित ही मुख्यमंत्री क्लीन हैं । उन्होनें कहा की घोटाले के जन्म से लेकर उजागर होने तक शिवराज सिंह चौहान ही मुख्यमंत्री रहे हैं जब इस दौरान की सभी उपलब्धियॉं उनके खाते में है तो व्यापम घोटाले की कालिख से वे कैसे बच सकते हैं । नेता प्रतिपक्ष सिंह ने सी.बी.आई. पर सरकार के इशारों पर चलने का आरोप लगाया । उन्होनें कहा कि वह व्यापम घोटाले का उनके दोषियों की गहराई से पडताल करना छोड़ मुख्यमंत्री चौहान को क्लीन चिट दिलाने में जुटी है । नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मांग की वर्ष 2005 से अब तक भर्ती परीक्षाओं में बैठे जो उम्मीदवार सफल नही हुए हैं उनका परीक्षा शुल्क वापस किया जाए साथ ही उनकी शासकीय नौकरी में भर्ती की आयु सीमा बढाई जाए क्योंकि उनके भविष्य के साथ खिलवाड करने की जिम्मेदारी शिवराज सरकार पर ही है ।