मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 11 दिसम्बर को अमरकंटक से प्रारंभ ССनमामि देवी नर्मदे सेवा यात्राСС का मूल उद्देश्य दिनो-दिन स्पष्ट होता जा रहा है। यात्रा प्रारंभ होने के 68 वें दिन बड़वानी जिले के ग्राम गोलाटा की 7 वर्षीय बालिका कुमारी नाजनीन खांन ने अपने सिर पर भी कलश लेकर सेवा यात्रा के साथ चलने की इच्छा को रोकर पूर्ण कराकर सिद्ध कर दिया है कि मॉ नर्मदा की सेवा एवं उसे सदा निर्मल एवं गतिमान बनाये रखने का कार्य धर्म, वर्ग, जाति के उपर है। कलश के लिए मचल गई नाजनीन खांन को दिलवाना पड़ा नया कलश बड़वानी जिले के ग्राम गोलाटा में ССनमामि देवी नर्मदे सेवा यात्राСС के साथ चल रहे श्रद्धालु उस वक्त आश्चर्य में पड़ गये जब उन्होने अपने स्वागत एवं सत्कार हेतु ग्रामीणो द्वारा दिये गये फल एवं मिठाई को एक छोटी बच्ची को देकर चुप कराने का प्रयास किया, और बच्ची ने उसे लेने से इंकार कर दिया। कारण जानने पर ज्ञात हुआ कि बच्ची का नाम नाजनीन खांन है और वह अपने घर से कलश लेकर श्रद्धालुओ के स्वागत के लिए आई थी। किन्तु किसी अन्य बालिका ने उसका कलश लेकर अपने सिर पर रख लिया। जिसके कारण वह बिना कलश के हो गई। इस पर नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के साथ चल रहे क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता सुखदेव यादव ने तत्काल ग्राम के घर से एक कलश बुलाकर कुमारी नाजनीन खांन को ससम्मान दिया। जिससे नाजनीन खुशी-खुशी सेवा यात्रा में कलश लेकर शामिल हुई। नर्मदा जल कलश को रखा गया पालकी में नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा जब ग्राम गोलाटा पहुंची तो नवाचार देखने को मिला। साधारणतः अभी तक ग्रामो मे नर्मदा जल कलश को एक ग्रामवासी अपने सिर पर धारण करके ग्राम में ले जाते थे परन्तु जब यात्रा ग्राम गोलाटा पहुंची तो ग्रामवासियो ने नर्मदा जल कलश को पालकी में रखकर चारो तरफ से चार अलग-अलग ग्रामवासियो ने कलश को उठाकर प्रसन्नता व आनंद का अनुभव किया