सिंगरौली (ईन्यूज़ एमपी): मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में जनवरी की शुरुआत में हुए खौफनाक सेप्टिक टैंक मर्डर केस में पुलिस ने चार दोस्तों की हत्या की गुत्थी सुलझा ली थी। घटना के कुछ दिनों बाद मुख्य आरोपी समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल था। इस वीभत्स हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया था। क्या था पूरा मामला? 4 जनवरी को बरगवां थाना क्षेत्र के बड़ोखर गांव में एक मकान के पीछे बने सेप्टिक टैंक से चार शव बरामद हुए थे। मृतकों की पहचान सुरेश प्रजापति (39), करण साहू (31), राकेश सिंह (29), और जोगेंदर महतो (37) के रूप में हुई थी। चारों दोस्त न्यू ईयर पार्टी के बहाने सुरेश प्रजापति के घर इकट्ठा हुए थे, लेकिन पार्टी के बाद ये चारों वापस नहीं लौटे। हत्या की खौफनाक वजह पुलिस जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी राजा रावत का जोगेंदर महतो और सुरेश प्रजापति से जमीन विवाद को लेकर पुराना झगड़ा चल रहा था। इसी रंजिश में राजा रावत और उसके साथियों ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने पहले दो लोगों को गोली मारी और फिर अन्य दो का गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शवों को ठिकाने लगाने का तरीका हत्या के बाद, आरोपियों ने शवों को घर के पीछे बने सेप्टिक टैंक में फेंक दिया। पुलिस ने घटनास्थल से सबूत जुटाए और विशेष टीम बनाकर आरोपियों की धरपकड़ की। पुलिस ने ऐसे सुलझाया मामला घटना के बाद पुलिस ने फौरन एसआईटी का गठन किया और जांच शुरू की। डीआईजी साकेत पांडे ने बताया कि आरोपियों के पास से पिस्टल, जिंदा कारतूस और खाली मैगजीन बरामद की गई। वैज्ञानिक तरीकों और सबूतों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी पुलिस ने राजा रावत (25), बुद्ध सेन साकेत (20), हरिश्चंद्र साकेत (21), रोहित साकेत (21), नीरज साकेत (19), और एक 17 वर्षीय नाबालिग को गिरफ्तार किया था। इलाके में अब भी है खौफ का माहौल इस घटना के बाद से इलाके में डर का माहौल बना हुआ है। लोगों का कहना है कि पुलिस की मुस्तैदी से आरोपियों को पकड़ा गया, लेकिन इस हत्याकांड ने उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यादगार बना जनवरी का यह खौफनाक दिन सिंगरौली का यह मामला अब भी लोगों के जहन में ताजा है। प्रशासन ने घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है, लेकिन इस दर्दनाक घटना ने सिंगरौली के लोगों को गहरी चोट दी है।