सीधी ( ईन्यूज एमपी ) जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक चुनौती बिषय पर आधारित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. चन्द्रप्रताप तिवारी के जन्म दिवस पर व्याख्यांन माला का आयोजन मानस भवन में सम्पन्न हुआ , इस मौके पर जबलपुर से राज्य सभा सदस्य (सांसद) सुमित्रा बाल्मीक ने कहा कि हम सब को प्रकृति से प्रेम और आदर करना चाहिए, सनातन धर्म की बैदिक पूजा, परम्मपरा का ही परिणाम था कि हमारा प्राकृतिक संतुलन ठीक था। किन्तु हमने प्रकृति की चिंता करना कम कर दिया। बेदो, पुरणों में नवोंग्रहों की पूजा अर्चना का प्रावधान है उसकी सुरक्षा संरक्षा की चिंता का संकेत और ज्ञान मिलता है। इसके संतुलन बिगडऩे से जल वायु परिवर्तन एक वैश्विक समस्या बन रहा है। उन्होने आगे कहा कि व्याख्यांन माला में रखे गए विषय जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक चुनौती पर पूरा विश्व प्राकृतिक संतुलन बिगडऩे से चिंतित हूं, जिसमें मैं स्वयं सात वृक्ष लगाती हूं, वहीं उन वृक्षों का पूजन भी करती हूं, ये वृक्ष फलदार व रसदार होते है, फिर जब ये फल व रस देना शुरू कर देते है तब दूसरे वृक्ष अधिरोपित करती हूं, नदियों में कचरा फेंकने से गंदगी फैलती है, जहा जलासयों पर जल जंतु जिंदगी बसर करते है वहीं आम जन भी तीर्थ स्थलों पर स्नान करते है, जहां प्रदूषण से विभिन्न बीमारियां उपजती है। व्याख्यान माला कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्र ने अध्यक्षीय उद्वोधन में कहा कि पेड़ पौधे लगाकर आक्सीजन की पूर्ति करनी चाहिए। वंही सर्वोदय नेता पूर्व वन मंत्री स्वर्गीय चन्द्र प्रताप तिवारी के पोते चुरहट के पूर्व विधायक शरदेन्दु तिवारी , पूर्व जिला पंचायत सदस्य द्वारिका दुबे कार्यक्रम के संयोजक डॉ. कैलाश तिवारी सहित अन्य वक्ताओं ने भी सभा को सम्बोधित किया ।इस मौके पर नरायण तिवारी , नर्मदा तिवारी , रामनरेश मिश्र , डॉ. मनोज सिंह परिहार की उपस्थित उल्लेखनीय रही, मंच संचालन डॉ. राजकरण शुक्ल ने किया।