सीधी (ईन्यूज एमपी): मझौली तहसील के जोबा सर्किल में तैनात नायब तहसीलदार बालमीक साकेत का रिश्वत कांड सामने आया है। लोकायुक्त रीवा की 12 सदस्यीय टीम ने आज उनके सरकारी आवास पर छापा मारकर 25,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। तहसीलदार साहब ने किसान अशुंमान शुक्ल की जमीन के नामांतरण के लिए पूरे 50,000 रुपए की मांग की थी। पीड़ित ने इस बारे में लोकायुक्त से शिकायत की, और टीम ने तहसीलदार की 'घूस की दुकान' को बंद कराने के लिए एक खास योजना बनाई। आज, रिश्वत की पहली किस्त लेते ही साहब का 'गर्व' धूल में मिल गया। घटना स्थल मझौली में स्थित आरोपी का शासकीय आवास है। आरोपी बालमीक साकेत, जो मझौली के प्रभारी नायब तहसीलदार हैं, ने 25,000 रुपए रिश्वत के तौर पर लेते हुए टीम के सामने सबूतों के साथ पकड़ा गया। रीवा लोकायुक्त के प्रभारी पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार के निर्देश में यह कार्रवाई की गई। उप पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र कुमार सहित 12 सदस्यीय टीम ने तहसीलदार की 'सत्ता' को खत्म करने का मिशन पूरा किया।