सीधी ( ईन्यूज एमपी) सीधी आदिवासी वाहुल्य जिला है और उनके उत्थान के नाम पर क्या क्या नही होता और जिनके कंधे पर नेतृत्व है वह कितना उस जमात के लिये अपनी नैतिकता अदा कर रहे हैं किसी से छुपा नही ...? हां पर सब एक समान नही यह कौन सा हास्टल है नही पता पर तस्वीर वंया कर रही कि जरूर यह हास्टल सीधी के लिये आदर्श है , अन्य हास्टल अधीक्षकों को भी इसी तरह सुसज्जित रखना चाहिए । जी ...हां ... जनजातीय कार्य विभाग के निर्देशानुसार प्रत्येक जिले में 1 -1 ,नोडल अधिकारी भेजें गये थे। फलस्वरूप सीधी जिले में प्रवीण भाटी, सहायक संचालक, जनजातीय कार्य विभाग भोपाल को विभागीय गतिविधियों एवं संचालित योजनाओं के निरीक्षण के लिए भेजा गया था, एजेंडा के प्रमुख विन्दुओं में छात्रावासों का निरीक्षण प्रमुख बिन्दु रहा है । बतादें कि द्वारा दिनांक शनिवार को स्थानीय 2 छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया गया। क्रमशः अनु जाति महाविद्यालयीन कन्या छात्रावास सीधी एवं सामान्य सीनियर बालक छात्रावास,पुरानी सीधी का नाम शामिल है , जंहा पर भाटी दोनों छात्रावासों को देखकर भौचक रह गये । उन्होंने कहा कि उसी संसाधन में एक अधीक्षक बेहतर व्यवस्था कर लेता है, जबकि दुसरा नहीं कर पाता। इसका एकमेव कारण तत्परता एवं कार्य के प्रति रुचि का अभाव है।