सीधी (ईन्यूज एमपी) – सीधी जिले के ग्राम लौआ की उषा तिवारी, जो एक साधारण गृहिणी थीं, ने आजीविका मिशन के साथ जुड़कर अपनी जिंदगी को एक नई दिशा दी। जहां पहले परिवार की आय 50,000 रुपये से भी कम थी, वहीं आज उनकी सालाना आय 1 लाख 70 हजार रुपये तक पहुँच चुकी है। आजीविका मिशन के माध्यम से उषा तिवारी ने न केवल स्वयं सहायता समूह से जुड़कर बचत और ऋण सुविधा का लाभ उठाया, बल्कि एक सफल उद्यमी भी बनीं। पूजन सामग्री की दुकान से शुरू हुआ यह सफर उन्हें जैविक खेती और कृषि सखी बनने तक ले गया। अब वह 5 गांवों में काम कर रही हैं और जैविक खेती को बढ़ावा दे रही हैं। उषा ने अपने समूह के माध्यम से 2430 महिलाओं को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया है और उनके साथ जैविक उत्पादक समूह भी बनाया है। उनकी मेहनत और लगन ने न केवल उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर किया है, बल्कि वह ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उषा तिवारी आजीविका मिशन को अपनी सफलता का श्रेय देती हैं और कहती हैं, "इस मिशन ने मुझे न केवल आर्थिक रूप से मजबूत किया है, बल्कि मुझे एक नई पहचान दी है।"