सीधी(ईन्यूज एमपी)___ कृषि विज्ञान केन्द्र सीधी में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डा. अलका सिंह के मार्गदर्शन में ग्राम पड़रा में रावे इंचार्ज अमृता तिवारी, डा. शैलेन्द्र सिंह गौतम वैज्ञानिक एवं कृषि महाविद्यालय रीवा से आई रावे छात्राओं के द्वारा ग्रामीण कृषकों एवं ग्राम के छात्र-छात्राओं को संतुलित पोषण आहार के बारे में अवगत कराया गया। रावे छात्राओं के द्वारा मध्यान्ह भोजन की सेवा में भाग लिया गया। इस कार्य से उन्हें सामुदायिक सेवा का महत्व का पता चला एवं रावे छात्राओं ने विद्यालय में पौष्टिक एवं स्वादिष्ट भोजन तैयार करने में सहायता की। रावे छात्राओं ने यह बताया कि वे इस सेवा के माध्यम से बच्चो के स्वास्थ्य व शिक्षा पर सकारात्मक प्रभाव डालना चाहती हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इस पहल से विद्यालय में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। पोषण के लाभ जैसे की बच्चों के शरीरिक विकास, मानसिक विकास एवं उर्जा स्तर में सुधार करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है जिससे बच्चे बीमारियों से बच सके। मध्यान्ह भोजन में शामिल प्रमुख खाद्य पदार्थ दाल जो कि प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत है, सब्जियाॅ जो कि विटामिन और मिनिरलस का अच्छा स्त्रोत है, चावल या रोटी जो कि कार्बोहाइड्रेट प्रदान करता है, फल जो कि ताजगी और अतिरिक्त पोषण के लिये दिये जाते है, दूध या दूध से बने उत्पाद जो कि कैल्शियम और प्रोटीन प्रदान करता है। खाने की प्लेट में रंगों का महत्व बहुत होता है। हर रंग का अपना विशेष अर्थ और पोषण मूल्य होता है जैसे कि लाल ‘‘टमाटर, लाल मिर्च‘‘ ये एण्टीआॅक्सीडेन्ट एवं विटामिन सी की पूर्ति करते है। हरा- ‘‘हरी सब्जियाॅ‘‘ ये फाइवर और आयरन प्रदान करते है। पीला-नारंगी- गाजर आम संतरा ये वीटाकैरेटिन और विटामिन सी प्रदान करते है। सफेद या भूरा ‘‘प्याज लहसुन व आलू‘‘ ये एम्यून सिस्टम को मजबूत करते है। नीला या बैगनी- ‘‘बैगन नीबू‘‘ हृदय के स्वास्थ्य के लाभकारी होते है। इस पहल से छात्राओं को एकजुट होकर सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ।