भोपाल (ईन्यूज़ एमपी): मध्य प्रदेश में पिछले 5 दिनों से चल रही तहसीलदारों की हड़ताल अंततः समाप्त हो गई है। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा से हुई सकारात्मक वार्ता के बाद, अब प्रदेश भर के 1400 से अधिक तहसीलदार आज से अपने कार्यों पर लौटने के लिए तैयार हैं। इस विकास से लोगों को राहत मिली है, क्योंकि कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्य, जैसे नामांतरण, भूमि बंटवारा, और नक्शा संबंधी प्रक्रियाएँ जो अटक गई थीं, अब तेजी से पूरे हो सकेंगी। बतादें कि हाल ही में जबलपुर में एक तहसीलदार के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद, प्रदेशभर के तहसीलदारों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया था। इस निर्णय का परिणाम यह हुआ कि भूमि संबंधी कई आवश्यक कार्य ठप हो गए थे, जिससे आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हड़ताल की वजह से राजस्व सेवाओं में बाधा आई, जिसके कारण लोगों के दैनिक कार्य प्रभावित हुए और जमीन संबंधी कई मामले लंबित रह गए थे। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया और अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में हड़ताल के कारणों पर चर्चा की गई, जिसमें उन्होंने दोनों पक्षों की चूक को स्वीकार किया। मंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि सभी तहसीलदारों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा और भविष्य में ऐसी समस्याएँ न हों, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। राजस्व मंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे तहसीलदारों के साथ मिलकर कार्यों को पुनः प्रारंभ करने में मदद करें और यह सुनिश्चित करें कि आम जनता को उनकी सेवाएँ समय पर मिल सकें। मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हमेशा अपने कर्मचारियों की भलाई के लिए तत्पर है और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए तैयार है। हड़ताल समाप्त होने के बाद, अब प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी। लोगों को उम्मीद है कि उनके लंबित कार्य जल्द से जल्द पूरे होंगे। इस बीच, तहसीलदारों ने यह सुनिश्चित किया है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और लोगों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करेंगे।