भोपाल(ईन्यूज एमपी)- 18 साल बाद रिकॉर्ड तोड़ मानसून, मध्यप्रदेश में औसत से 15% अधिक बारिशमध्यप्रदेश में इस साल मानसून ने पिछले 18 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, राज्य में 1 जून से 22 सितंबर तक कुल 1063.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य औसत से 15% अधिक है। यह पहला मौका है जब रीवा को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। राज्य में आमतौर पर इस अवधि में 949.5 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार इसे पार कर लिया गया है। क्षेत्रवार बारिश का विवरण मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने मौसमी सिस्टम की वजह से अगले तीन दिनों में राज्य के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में और अधिक बारिश की संभावना है। रीवा को छोड़कर अधिकांश जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। रीवा में 963.8 मिमी औसत के मुकाबले सिर्फ 718.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 25% कम है। इसके विपरीत, श्योपुर जिले में 657.3 मिमी के औसत के मुकाबले 1320.2 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 101% अधिक है। पश्चिमी मध्यप्रदेश में 18% और पूर्वी मध्यप्रदेश में 12% अधिक बारिश दर्ज की गई है। मानसून की विदाई में देरी मानसून की विदाई में इस बार देरी हो रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अक्टूबर की शुरुआत में ही मानसून विदा लेगा। 23 सितंबर से एक नया मौसमी सिस्टम सक्रिय हो रहा है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में फिर से भारी बारिश हो सकती है। इसका असर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक बने रहने की संभावना है, जिससे मानसून की विदाई में और देर हो सकती है। अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। खासकर दक्षिण-पूर्वी जिलों में भारी बारिश हो सकती है।