सीधी ( ईन्यूज एमपी) प्रदेश के 10 जिला अस्पताल सीधी कटनी, मुरैना, पन्ना, बालाघाट, भिंड, धार, खरगोन, टीकमगढ़ और बैतुल को निजी में सौंपा जा रहा है। जिसका विरोध करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान सिंह ने कहा कि जनता को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी और कर्तव्य है। खासकर सीधी जो सबसे अधिक पिछड़े जिलों की सूची में शामिल हैं यहाँ की लगभग आधी आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की है और आर्थिक रूप से भारी असमानता और गरीबी है ऐसे में जिला अस्पताल ही उनके इलाज का एक मात्र विकल्प है। और गरीब जनता से उनका यह अधिकार भी छीन कर निजी हाथों में सौंपना सीधी की जनता के साथ विश्वासघात है। जिला अध्यक्ष ज्ञान सिंह ने आगे कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि देश प्रदेश की सत्ता की चाबी उद्योगपतियों के हाथ में है भाजपा सरकार उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रही। जिले के गरीबों को स्वास्थ्य की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की जवाबदारी है लेकिन अब वहीं भाजपा सरकार अस्पताल स्वास्थ्य केंद्रों को बेचने में लगी हुई आखिर अब गरीब अपने इलाज के लिए कहा जाएगा। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द अपने इस निर्णय को सरकार वापस ले अन्यथा कांग्रेस पार्टी आंदोलन करने को विवश होगी और निजी हाथों में अस्पताल की व्यवस्था को नहीं जाने देगी इसके लिए चाहे जो कदम कांग्रेस को उठाना पड़े