सीधी ( ईन्यूज एमपी) एक साल में किया ऐसा काम की बच्चों ने रोकर करी अपने अधीक्षक की विदाई, सीधी अनुसूचित जाति महाविद्यालयीन बालक छात्रावास माधुरी क्रमांक 1 का मामला। यूं तो अपने कार्य प्रणाली को लेकर अक्सर छात्रावास सुर्खियों में रहते हैं जहां बच्चों को ना सही समय पर भोजन मिल पाता है और ना ही उनके लिए व्यवस्थाएं हो पाती हैं। जिस पर उनके अधीक्षक के ऊपर आप बच्चों व उनके परिजनों के द्वारा लगातार लगाया जाता है। लेकिन इस बार का मामला हैरान कर देने वाला था. जहां अनुसूचित जाति महाविद्यालयीन बालक छात्रावास क्रमांक 1 माधुरी का दायित्व राम रक्षा पनिका को एक साल के लिए सौंपा गया था। लेकिन उनके कार्यों को बच्चे भूल नहीं पा रहे हैं, उन्होंने आंखों में आंसू लेकर उनकी विदाई की है। दरअसल अनुसूचित जाति महाविद्यालयीन बालक छात्रावास क्रमांक 1 माधुरी के अधीक्षक रामरक्षा पनिका को अधीक्षक का प्रभाव सौंपा गया था। लेकिन उनके द्वारा कार्य कुछ ऐसा किया गया कि बच्चे उनके कार्यों को हमेशा याद करते रहे। जहां उनके कार्य मुक्त होने पर आंखों में आंसू लेकर सभी बच्चों ने उनकी विदाई की। जितने भी यह देखा वह स्तब्ध रह गया। आपको बता दें कि अब अनुसूचित जाति महाविद्यालयीन बालक छात्रावास क्रमांक 1 माधुरी का दायित्व रतन निगम को सौंपा गया है जहां वह अधीक्षक के पद पर अब कार्यरत होंगे। वही अधीक्षक की विदाई करते हुए छात्रों ने कहा कि हम लोग अपना घर बार छोड़कर अपने माता-पिता को छोड़कर छात्रावास में रहते हैं लेकिन इस बार हमें कभी भी अपने माता-पिता की याद नहीं आई। अधीक्षक रामरक्षा पनिका हमें अपने माता-पिता की याद नहीं आने दिए। उनकी प्रेम भाव को हम नहीं भूल सकते हैं। उनके द्वारा किए गए हमारे प्रयासों की हमेशा सराहना की गई है और हमें वे हमेशा याद रहेंगे। इस कार्यक्रम में उपस्थित अधीक्षक अनूप कुमार वर्मा एवं लुबना फरह, रतन निगम (अधीक्षका) एवं कर्मचारी छात्र उपस्थित रहे।