बैतूल ( ईन्यूज एपी) भाजपा सांसद कंगना रनौत को किसान संघर्ष समिति ने उनके किसान आंदोलन पर दिए बयान के बाद मानहानि का नोटिस भेजा है। उन्हें एक सप्ताह में अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगने को कहा गया है।ऐसा नहीं करने पर समिति उनके खिलाफ आपराधिक और सिविल मामला दायर करेगी। नोटिस में कंगना से 2 करोड़ रु की आर्थिक क्षति की मांग भी की गई है। किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक डॉक्टर सुनीलम ने अपने वकील गुरुदत्त शर्मा के जरिए मंगलवार को यह नोटिस भेजा है। रजिस्टर्ड डाक से भेजे गए नोटिस में किसान संघर्ष समिति ने कंगना के बयान को बेहद आहत करने वाला बताया है। यह नोटिस उनके मनाली स्तिथ एड्रेस पर भेजा गया है, जिसमें पक्षकार किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉक्टर सुनीलम को बनाया गया है। आप भारतीय जनता पार्टी से मंडी लोकसभा क्षेत्र हिमाचल प्रदेश की निर्वाचित सांसद हैं। आपका क्षेत्र की जनता के प्रति अत्यधिक दायित्व है मुंबई से प्रकाशित एक समाचार-पत्र दिनांक 26/08/2024 के अनुसार आपने देश के किसानों, अन्नदाताओं के लिए अत्यधिक आपत्तिजनक एवं किसानों को अपमानित करने का वक्तव्य प्रकाशित किया है, जिसमें आपके द्वारा निम्नलिखित वक्तव्य कि किसान आंदोलन के दौरान उपद्रवी, हिंसा, दुष्कर्म व हत्या हुई, यहां किसान आंदोलन के नाम पर क्या हुआ, सबने देखा, कैसे प्रोटेस्ट के नाम पर हिंसा फैलाई गई, वहां पर रेप हो रहे थे, मारकर लाशों को लटकाया जा रहा था, तब उक्त किसान बिल को वापस ले लिया गया तो उपद्रवी चौंक गए, क्योंकि उनकी प्लानिंग बहुत लंबी थी, उन पर समय रहते कंट्रोल कर लिया गया था, वरना वे कुछ भी कर सकते थे, इसके अलावा आपने आंदोलन करने वाले किसानों को विदेशी ताकतों का नुमाइंदा भी बताया। आपका उक्त बयान देश के किसानों, अन्नदाताओं को अपमानित, जलील व नीचा दिखाने का होकर काफी अभद्र एवं आपत्तिजनक है, जो हेट स्पीच की श्रेणी में आता है, जबकि उक्त आंदोलन के संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 380 दिनों तक पूर्णत: शांतिपूर्वक लोकतांत्रिक व अहिंसक आंदोलन चलाया गया, उक्त आंदोलन में 750 किसान भी शहीद हुए थे। आपका उक्त वक्तव्य वास्तव में किसान विरोधी होना साबित होता है। पूर्व में भी आपके विरुद्ध विभिन्न राज्यों में इसी प्रकार के आपराधिक प्रकरण वर्तमान में लंबित है, इससे प्रतीत होता है कि आप आदतन हैट स्पीच कर नफरत फैलाने की आदि हैं। मेरा पक्षकार 28 वर्षों से किसान संगठन का नेतृत्व कर रहा है और स्वयं भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद भी कृषि कार्य से जुड़ा हुआ है। आपके उक्त बयान से मेरे पक्षकार को एवं देश के तमाम किसानों को काफी आहत एवं मानसिक कष्ट हुआ और मेरे पक्षकार के साथ-साथ देश के तमाम किसानों को भी अपमानित होना पड़ा है, उनकी समाज में मानहानि हुई है। मेरे पक्षकार की समाज में इज्जत व साख भी गिरी है। मेरे पक्षकार के जानने वाले लोग आपके उक्त वक्तव्य के बाद मेरे पक्षकार को काफी हिकारतभरी दृष्टि से देखते हैं, इस कारण मेरे पक्षकार को काफी बदनामी झेलना पड़ रहा है, इस प्रकार सीधे-सीधे आप मेरे पक्षकार को हुई मानहानि की जिम्मेदार हैं। आपके उक्त कृत्य से मेरे पक्षकार को कम से कम दो करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति हुई है, जिसे अदा करने की जिम्मेदारी भी आपकी है। आपके उक्त कृत्य के कारण आपके विरुद्ध दीवानी एवं आपराधिक अभियोग भी चलाया जा सकता है। नोटिस के जरिए आपको सूचित करता हूं कि, चूंकि आपने मेरे पक्षकार एवं तमाम देश के किसान व अन्नदाताओं की मानहानि की है, इस कारण आप इस नोटिस प्राप्ति के सात दिवस के अंदर मेरे पक्षकार तथा देश के अन्य किसान अन्नदाताओं से क्षमा याचना करें और आर्थिक क्षति दो करोड़ मेरे पक्षकार को अदा करें, अन्यथा मेरे पक्षकार को आपके विरुद्ध दीवानी एवं आपराधिक अवमानना की कार्यवाही करनी पड़ेगी, जिसके समस्त खर्चे की जवाबदारी आपकी होगी।