ग्वालियर(ईन्यूज एमपी)-- अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भारत बंद के आह्वान का मैसेज इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हो रहा है। एक्स से लेकर फेसबुक, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब सहित अलग-अलग प्लेटफार्म पर यह मैसेज चल रहा है। भारत बंद किस संगठन द्वारा किया जा रहा है, इसे लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है लेकिन भारत बंद के आह्वान को लेकर ग्वालियर में पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर है।इंटरनेट मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी गई है। भारत बंद के आह्वान का मैसेज जिन वाट्स एप ग्रुप, फेसबुक, इंस्टाग्राम पेज पर चल रहा है, उन्हें चिह्नित किया जा रहा है, जो संगठन भारत बंद के आह्वान को लेकर समर्थन कर सकते हैं, उनके सदस्यों पर निगाह रखी जा रही है।दो अप्रैल 2018 में भी एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ ग्वालियर में विरोध प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान हिंसा हुई थी और वर्ग संघर्ष में लोगों की जान तक गई थी। इसी के चलते पुलिस और प्रशासन ने अभी से इसे लेकर सक्रियता बढ़ाई है। पहले की तरह इस बार भी किसी एक संगठन ने भारत बंद को लेकर आह्वान नहीं किया है, जो लोग इससे जुड़ी पोस्ट बहुप्रसारित कर रहे हैं, उन पर भी निगाह है। आगामी त्योहार और भारत बंद के आव्हान को लेकर जो मैसेज चल रहे हैं, उसे लेकर एसपी धर्मवीर सिंह ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। स्वतंत्रता दिवस से लेकर रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और गणेशोत्सव तक लगातार त्योहार हैं। इसके चलते पुलिस अधिकारियों से लगातार क्षेत्र में भ्रमण करने के निर्देश दिए गए। जिन बड़े मामलों में अपराधी फरार चल रहे हैं, उनमें आरोपितों को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए।