इंदौर(ईन्यूज एमपी)-- इंदौर नगर निगम में हुए डेढ़ सौ करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार सुबह छापामार कार्रवाई की। घोटाले के सरगना माने जा रहे निगम के निलंबित इंजीनियर अभय राठौर, नगर निगम के अकाउंटेंट अनिल गर्ग सहित तकरीबन 15 आरोपितों के ठिकानों पर दबिश दी गई। राठौर के बहनोई राकेश सिंह चौहान के घर भी ईडी के अधिकारी पहुंचे। खास बात यह रही कि ज्यादातर घरों पर ईडी टीम को महिलाएं ही मिलीं। पुरुष पहले ही गायब हो गए थे।बोगस कंपनियां बनाकर फर्जी बिल पास करवाने और सरकारी पैसा हजम करने का मामला अप्रैल 2024 में सामने आया था। फर्जी बिल घोटाले में एमजी रोड थाने पर तकरीबन एक दर्जन लोगों के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक एफआइआर दर्ज हुई। इसके अलावा अभय राठौर और उसके जीजा राकेश सिंह चौहान के खिलाफ पानी चोरी की एफआइआर भी लसूड़िया थाने में दर्ज है। अभय जेल में है। जीजा फरार है। ईडी ने कुछ जगह से दस्तावेज जब्त किए। ईडी ने आरोपितों के बैंक खाते और फर्मों से जुड़ी जानकारी भी हासिल की है ताकि ट्रांजेक्शन और मनी ट्रेल का पता किया जा सके। ईडी द्वारा मामले से जुड़े अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की सूचना है।