बैतूल ( ईन्यूज एमपी) मध्यप्रदेश के बैतूल गंज थाना पुलिस ने एक जिला बदर के आरोपी बदमाश व तीन अन्य आरोपियों को अवैध पिस्टल की तस्करी करते हुए देर रात पकड़ने में सफलता हासिल की है। आरोपियों से 4 देशी पिस्टल-कट्टा, 01 जिंदा कारतूस व पल्सर मोटर साइकिल जब्त की गई है। कुल 1 लाख 90 हजार 500 रूपये का मशरूका जब्त किया गया है। बैतूल एसपी निश्चल झारिया ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता में इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 20 जुलाई को मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि चार लड़के गंज क्षेत्र में पिस्टल बेचने के फिराक में बैठे हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम मुखबिर द्वारा बताए स्थान पर पहुंची। वहां रैन बसेरा चौक के पास यात्री प्रतीक्षालय गंज में चार लड़के पीठ पर पिठ्ठू बैग टांगे बैठे मिले। आरोपियों की घेराबंदी कर पकड़ा गया। बैग से मिले देशी कट्टे इनमें राहुल पिता दीपक रैकवार उम्र 24 साल निवासी मराठी मोहल्ला बैतूल, दीपेन्द्र उर्फ सरकार पिता संतोष हरोडे उम्र 22 साल, आशीष पिता गुड्डू यादव उम्र 19 साल एवं भावेश पिता पंजाबराव धोटे उम्र 20 साल सभी निवासी डिपो गेट के पास हमलापुर शामिल हैं। बैग की तलाशी लेने पर उनके बैग से देशी कट्टे-पिस्टल मिले। नहीं बता पाए कोई लाइसेंस आरोपियों से देशी कट्टे-पिस्टल रखने के संबंध में लायसेंस पूछा तो लायसेंस होना नहीं बताया। आरोपी दीपेन्द्र के कब्जे से एक देशी कट्टे के साथ एक जिंदा कारतूस, राहुल के कब्जे से एक देशी पिस्टल, आशीष के कब्जे से एक देशी कट्टा, भावेश के कब्जे से एक देशी कट्टा तथा एक पल्सर मोटर साइकिल मिली। दीपेंद्र को किया है जिला बदर आरोपी दीपेन्द्र हरोड़े को जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय बैतूल द्वारा 05 दिसंबर 2023 को 1 वर्ष की अवधि तक जिले की सीमा से बाहर रहने हेतु आदेशित किया गया था। इस आदेश का उल्लघंन करने पर धारा 14 मप्र राज्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई। आरोपियों ने यह दी जानकारी चारों आरोपियों से देशी कट्टे-पिस्टल के संबंध में पूछताछ करने पर बताया गया कि आज से करीब 10-15 दिन पहले अज्जू निवासी कंपनी गार्डन बैतूल ने उन्हें कट्टे बेचने के लिये दिये थे। आरोपियों द्वारा संयुक्त रूप से संगठित होकर गिरोह बनाकर अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त कर संगठित अपराध घटित किया है। इनकी रही मुख्य भूमिका (Crime News) उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक रविकांत डेहरिया, उप निरीक्षक दिलीप यादव, सहायक उप निरीक्षक किशोरीलाल सल्लाम, जीपी बिल्लोरे, उमेश बिल्लोरे, प्रधान आरक्षक सचिन, संदीप, प्रकाश, चन्द्रकिशोर, मयूर, आरक्षक गजानंद, शिवशंकर, अनिरूद्ध, शिव, नवनीत, नितिन एवं नरेन्द्र की विशेष भूमिका रही।