सीधी(ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस संजय गांधी स्मृति शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सीधी में सत्र 2024-25 के नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं के उन्मुखीकरण एवं महाविद्यालय से परिचय हेतु तीन दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम का आज शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम सीधी जिले के अपर कलेक्टर राजेश शाही के मुख्य आतिथ्य एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पी के सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना के साथ हुआ। अपर कलेक्टर राजेश शाही ने छात्र-छात्राओं को परिश्रम, अनुशासन, धैर्य एवं समर्पण पर जोर देते हुए नए आयाम स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पी.के. सिंह ने महाविद्यालय के प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप में उन्नयन का उद्देश्य, महाविद्यालय की विकास यात्रा एवं इस सत्र से प्रारंभ हो रहे नवीन पाठ्यक्रमों तथा इसके पीछे मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग की मंशा इत्यादि की विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ रावेंद्र बहादुर सिंह ने संस्था को कैसे उत्कृष्ट बनाया जाए इस पर अपनी बात कही। उद्घाटन सत्र का सफल संचालन महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ अनिल कुमार सिंह ने किया जबकि आभार प्रदर्शन प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस के सहायक नोडल अधिकारी डॉ अश्वनी द्विवेदी ने किया। द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्य, पाठ्यक्रम, विषय वस्तु, विषय का चयन इत्यादि पर डॉ उमाकांत साहू ने विस्तृत जानकारी प्रदान किया, जबकि परीक्षा प्रणाली के संदर्भ में महाविद्यालय की परीक्षा नियंत्रक डॉ प्रभाकर सिंह ने छात्र-छात्राओं को परिचित कराया। द्वितीय सत्र का सफल संचालन डॉ आशुतोष पाण्डेय ने किया। तीन दिवस तक चलने वाले दीक्षारंभ कार्यक्रम के प्रथम दिवस के दोनों सत्रों में नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं को महत्वपूर्ण विषयों से अवगत कराया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सिंह ने सत्र 2024-25 के लिए नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं से आग्रह किया है कि 2 एवं 3 जुलाई को भी सुबह 9 बजे महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में उपस्थित होकर करियर उन्नयन एवं महाविद्यालय के संबंध में दी जाने वाली सभी जानकारी को प्राप्त करें तथा सभी नव प्रवेशित छात्र-छात्राएं अधिक से अधिक संख्या में महाविद्यालय आए जिससे दीक्षारंभ कार्यक्रम के माध्यम से दी जाने वाली सभी जानकारियों का लाभ ले सकें।