भोपाल (ईन्यूज एमपी)- UGC ने डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी की है. इसमें एमपी की 7 सरकारी यूनिवर्सिटीज् के नाम शामिल हैं. इस सूची में प्रदेश की 9 प्राइवेट यूनिवर्सिटीज् के नाम भी शामिल हैं. माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी भोपाल, RGPV भोपाल, मध्यप्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी जबलपुर, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, राजा मानसिंह तोमर म्यूजिक एवं आर्ट यूनिवर्सिटी, राजमाता विजय राजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय डिफॉल्टर घोषित किया गया है. इन यूनिवर्सिटीज् में लोकपाल नियुक्त नहीं होने के कारण इन्हें डिफॉल्टर घोषित किया गया है. ये प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी डिफॉल्टर आर्यावर्त यूनिवर्सिटी, सीहोर एलएनसीटी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, इंदौर मध्यांचल प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भोपाल ओरिएंटल यूनिवर्सिटी, इंदौर श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय, इंदौर स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी, सागर ज्ञानोदय यूनिवर्सिटी, नीमच जेएनसीटी प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भोपाल अमलतास यूनिवर्सिटी, देवास लोकपाल की नियुक्ति न होने पर डिफॉल्टर घोषित माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी मध्यप्रदेश की जिन 7 यूनिवर्सिटीज को यूजीसी ने डिफॉल्टर घोषित किया है. इन सभी में लोकपाल की नियुक्ति नहीं की गई थी. लोकपाल की नियुक्ति न किए जाने के कारण ही इन यूनिवर्सिटीज को डिफॉल्टर घोषित किया गया है. बता दें कि लोकपाल यूनिवर्सिटीज में छात्रों की समस्याओं के निराकरण के लिए नियुक्त किए जाते हैं. कौन होता है लोकपाल लोकपाल विश्वविद्यालय में छात्रों के शिकायतों का निवारण करता है. यूजीसी के अनुसार, हर विश्वविद्यालय को छात्रों की शिकायतों के निवारण के लिए एक लोकपाल नियुक्त करना होता है. लोकपाल के पद पर नियुक्ति सेवानिवृत्त वाइस चांसलर, 10 सालों के अनुभव वाले सेवानिवृत्त प्रोफेसर या पूर्व जिला जज को ही मिलती है.