मध्यप्रदेश (ईन्यूज एमपी)- जिले की सीमा से गुजरने वाली नदियों के घाट में अवैध रेत उत्खनन जारी है। इस पर रोक लगाने के लिए खनिज विभाग ने प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाया, जिसकी शुरूआत सोमवार से हुई। कार्रवाई के पहले दिन ही खनिज विभाग जिला जबलपुर ने सिहोरा से लगे कई नदियों के घाट पर छापा मारा। इस दौरान 121 से ज्यादा ट्राली रेत जप्त की गई। कार्रवाई के दौरान सिहाेरा के कई क्षेत्रों पर भी जांच दल पहुंचा, जहां बड़ी मात्रा में अवैध रेत संग्रहण मिला, जिसे जप्त किया गया। इस कार्रवाई से यह बात सामने आ गई है कि क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अवैध रेत उत्खनन, परिवहन और संग्रहण चल रहा है, जिस रोकने में न तो प्रशासन सफल रहा और न ही पुलिस। अवैध खनिज परिवहन और भंडारण पर कार्रवाई के तहत एसडीएम सिहोरा रूपेश सिंघई, एसडीओपी सिहोरा पारुल शर्मा और तहसीलदार सिहोरा शशांक दुबे ने तीन ठिकानों पर छापा मारा। जांच टीम तहसील के कई क्षेत्रों में पहुंची, लेकिन अधिकांश जगह पर टीम के आने से पहले ही उनके आने की खबर लग गई। संयुक्त जांच टीम द्वारा सिहोरा और मझौली तहसील अंतर्गत स्वीकृत रेत खदानों के बाहर भंडारण पाए जाने पर भी कार्रवाई की गई। इस दौरान बड़ी मात्रा में रेत का संग्रहण मिला, जिसे जप्त किया । निजी भूमि स्वामियों द्वारा बिना अनुमति के रेत खनन करते पाए जाने पर चार लोगों पर अवैध खनन का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। सिहोरा तहसील के ग्राम खमरिया में शासकीय जमीन पर पुरषोत्तम कोल के द्वारा 25 ट्रॉली रेत रखी गई, जिसे जप्त किया गया। इसके अलावा ग्राम झांझा मुकेश निवास के पास12 ट्रॉली ,ग्राम झांझा में ही गौशाला के सामने 10 ट्रॉली सचुली पुल पर 15 ट्रॉली ग्राम खिरहनी खुर्द में 22 ट्रॉली रेत को जप्त किया गया। कटरा खमरिया में प्रधानमंत्री सड़क के किनारे 37 ट्रॉली रेत जप्त कर अवैध भंडारण के प्रकरण दर्ज किए गए। इसके साथ ग्राम कटरा खमरिया में ही विभिन्न स्थानों पर निजी जमीन में बिना अनुमति के खनन करते पाए जाने पर चार प्रकरण भूमि स्वामियों के नाम पर दर्ज किए गए। इसके अतिरिक्त जुनामानी , दरौली कला, मढ़ा , घुघरा, देवरी सतसरा, कचनारी तथा अन्य नदी घाटों का सघन निरीक्षण किया गया जहां पर रेत संबंधी अवैध, खनन,भण्डारण नहीं पाया गया। जांच टीम द्वारा हिरण नदी स्वीकृत रेत खदानों के बाहर खनन कार्य में संलिप्त ग्राम लमतरा में तीन नाव को मौके पर नष्ट किया गया। कार्रवाई के दौरान दीपा बारेवार, सतीश मिश्रा, राकेश देशमुख एवं शिवपाल सिंह उपस्थित रहे। नर्मदा नदी पर बने सिलुआ घाट से अवैध रेत उत्खनन का काम जारी है। यहां पर हर रात को बड़ी मात्रा में रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। ग्रामीण जनों का आरोप है कि कई बार इसकी शिकायत दी गई, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि रात के वक्त निकलने वाले वाहनों से हो रहे सड़क और क्षेत्रीयजनों के नुकसान के भी सबूत प्रशासन और पुलिस को दिए गए, लेकिन रेत माफियाओं पर कार्रवाई करने की बजाए उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। उधर ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध रेत का कारोबार ग्राम पंचायत की सूदूर सड़क और सीसी रोड हुई बुरी तरह खराब हो गई है। कई बार शिकायत करने पर जांच दल पहुंचता है, लेकिन उनके आने की खबर अवैध रेत कारोबारियों को पहले ही लग जाती है, जिससे वह मौके पर नहीं मिलते।