सीधी(ईन्यूज एमपी)- जिले की भोली भाली जनता के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ करने वाले झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ सीधी में इन दिनों ताबड़तोड़ कार्यवाही चल रही है। चुरहट में स्वास्थ अधिकारी डॉ वरुण सिंह ने वर्षो से चल रही अवैध क्लीनिक पर ताला मार दिया है। इस कार्यवाही से चुरहट सहित समूचे जिले में सनाका खिच गया है। उल्लेखनीय हैं कि जिले में कुकुरमुत्ते की तरह तरह गांव गांव झोला छाप डॉक्टरों ने डेरा जमा लिया था जिनके चंगुल में फंस कर भोली भाली जनता असमय जान गंवा बैठती थी। इस संबंध में आए दिन मीडिया द्वारा खबरों का प्रकाशन भी किया जाता रहा है। सीएमएचओ डॉ आई जे गुप्ता द्वारा झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सभी खण्ड स्तरीय डाक्टरों को निर्देष दिए हैं। बता दें कि खण्ड स्तरीय डाक्टरों की टीम राजस्व अधिकारियों के साथ ऐसे क्लीनिकों को चिन्हित कर कार्यवाही शुरू कर दी है। चुरहट में अवैध रूप से संचालित पड़ोले की क्लीनिक को सील कर दिया है। बता दें कि चुरहट में वर्षो से संचालित प्रभु कुंज क्लीनिक का संचालन डॉ जवाहर पडोले के नाम से किया जा रहा था। खास बात यह है कि कार्यवाही करने पहुंची टीम को मौके पर इस क्लीनिक में काफी संख्या में मरीज भी मिले हैं जिन्हे सस्ती दवा के नाम पर चूसा जा रहा था। गर्भपात का बन चुका था अड्डा मिली जानकारी अनुसार चुरहट बाजार क्षेत्र में संचालित इस अवैध क्लीनिक की नाम प्रभू कुंज था लेकिन इसकी पहचान अवैध गर्भपात के ठिकाने के रुप में थीं। सूत्र बताते हैं कि इस क्लीनिक में जहां भर्ती से लेकर तमाम सुविधाओं के नाम पर लोगों से पैसा एठा जाता था वहीं अवैध गर्भपात कराने वाले लोगों को यह सुविधा भारी भरकम शुल्क के साथ सहज ढंग से उपलब्ध कराई जाती थीं। सूत्र बताते हैं कि एक गर्भपात कराने की शुल्क 5 हजार रुपए ली जाती थीं। पडोले की क्लीनिक में छापामार कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। रसूखदार व राजनैतिक संरक्षण की वजह से आज तक इनके विरुद्ध कार्यवाही नहीं हुई थी, जबकि 20 विस्तरा का अस्पताल ही खोल दिया गया था। कार्यवाही के दौरान इस अवैध क्लिनिक भारी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां जप्त की गई है। बॉक्स टीम में यह रहें शामिल चुरहट बाजार क्षेत्र में वर्षो से संचालित इस अवैध क्लीनिक में छापामार कार्रवाई के दौरान मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर वरुण सिंह, तहसीलदार राकेश शुक्ला, नायब तहसीलदार रामप्रताप सोनी,आलोकमणि कुशवाहा पटवारी, अखिलेश मिश्रा सहित पुलिस दल से करन तिवारी, आनंद सिंह, उदय तिवारी की मौजूदगी में यह कार्यवाही की गई है। इनका कहना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर झोलाछाप डॉक्टर व अवैध क्लीनिक संचालित करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की गई हैं, आगे भी झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कार्यवाही जारी रहेगी। डा.वरुण सिंह, मेडिकल ऑफिसर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चुरहट। उधर सीधी जिले के बहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत मायापुर में झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी दस्तावेज़ के लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास करता था और मनमानी तरीके से ग्रामीणों से मोटी रकम वसूलता था बिना किसी भी प्रकार के रजिस्ट्रेशन न किसी भी प्रकार के दस्तावेज के वर्षों से क्लीनिक का संचालन कर रहा था। जिससे लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले डॉक्टर के खिलाफ प्रशासन ने आज मिली जानकारी के अनुसार बड़ी कार्यवाही की है। जहां अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील कर दिया है। जिसको लेकर बाहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अमित वर्मा के द्वारा पिछले वर्ष कार्यवाही किया गया था जिसका मामला सीधी न्यायालय में चल रहा था बावजूद इसके दबंग झोलाछाप डॉक्टर दबंगई पूर्वक प्रशासन को चुनौती देते हुए मायापुर बाजार में फिर से क्लीनिक का संचालन कर रहा था। मामला कोर्ट में विचाराधीन था इसके बाद भी क्लीनिक का संचालन कर रहा था। जिसको लेकर प्रशासन के द्वारा राजस्व सहित संयुक्त स्वास्थ्य और पुलिस बल के साथ 29 मई 2024 को छापे मार कार्यवाही की गई। जहां पर बहरी तहसील के नायब तहसीलदार इंद्रभान सिंह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बहरी के प्रभारी डॉक्टर अमित वर्मा तथा बहरी थाने के पुलिस बल के साथ छापे मार कार्यवाही की गई साथ ही दुकान को सील कर दिया गया है और मामला अभी विवेचना में जारी है।