मध्यप्रदेश(ईन्यूज एमपी)-मध्य प्रदेश में एक बार फिर से अधिकारियों पर हमला करने का मामला सामने आया है। आपको बतादें कि भितरवार के अंतर्गत आने वाले ग्राम नजरपुर में पार्वती नदी के घाट पर गुरुवार की शाम रेत खदान पर कार्यवाही करने गए तहसीलदार और नायब तहसीलदार पर रेत माफियाओं ने हमला करते हुए पत्थरबाजी कर दी जिसमे तहसीलदार बाल बाल बच गए। साथ में गए चौकीदार को चोट आई और वह घायल हो गया। शासन इस पूरे मामले में रेत माफियाओं पर कार्यवाही न करते हुए राजनीतिक दबाब के चलते मामले को दबाने में जुटा हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम करीब 5 से 6 बजे के बीच भितरवार तहसीलदार धीरज सिंह परिहार और नायब तहसीलदार राकेश कुमार वर्मा राजस्व टीम एवं चौकीदार के साथ अनुभाग भितरवार के ग्राम नजरपुर स्थित पार्वती नदी के घाट पर अवैध रेत उत्खनन पर कार्यवाही करने गए। मौके पर उन्होंने एलएनटी मशीन और ट्रेक्टर को रेत का उत्खनन परिवहन करते हुए पाया तो उन्होंने कार्यवाही के लिए ट्रेक्टर को रोका। जिस पर रेत माफियाओं ने तहसीलदार धीरज परिहार पर पत्थर बाजी शुरू कर दी। जिसमें तहसीलदार परिहार बाल बाल बच गए।लेकिन साथ गए चौकीदार को पत्थर लगने से चोट आई है, और वह घायल हो गया है।वहीं इसी बीच रेत माफिया ट्रेक्टर को खाली कर एलएनटी मशीन लेकर मौके से भाग खड़े हुए । लोगों में बना चर्चा का विषय इस पूरे मामले की जानकारी जैसे ही नगर में फैली तो लोगों में चर्चा का विषय बनी रही। आखिर किसके इशारे पर यह पूरा खेल चल रहा है। कहीं राजनीतिक संरक्षण तो नहीं। वहीं सूत्रों की माने तो जिन लोगों ने तहसीलदार पर पत्थर बाजी की वह जनता के चुने हुए प्रतिनिधि बताए जा रहे है। राजनीतिक संरक्षण के चलते प्रशासन इन पर से कार्यवाही करने से बचता नजर आया और मीडिया से दूरी बनाते हुए मामले को दबाने की कोशिश करता नजर आया।