सीधी(ईन्यूज एमपी)- गेंहू उपार्जन केन्द्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने समस्त संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि गेहूं उपार्जन केन्द्रों की सतत रूप से निगरानी रखी जाए तथा अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में किसानों की पेयजल, बैठने के लिए छायादार स्थान आदि सुविधाओं का ध्यान रखा जाए। साथ ही उपार्जन कार्य के सुचारू संचालन के लिए निर्धारित मात्रा में तौल कांटे, सिलाई मशीन, बारदाने, गेंहू सफाई के लिए चलना आदिकी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार गुणवत्तापूर्ण गेंहू की खरीदी की जाए। उपार्जन कार्य में अनियमितता पाए जाने पर कठोर एवं प्रभावी कार्यवाही की जाए। कलेक्टर ने उपार्जन केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया है कि उपार्जन अवधि के दौरान केन्द्र में फसल विक्रय हेतु आए हुए कृषकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसको दृष्टिगत रखते हुए केन्द्र पर भौतिक व्यवस्थाएं किया जाना सुनिश्चित करें। कृषकों से उपार्जन का कार्य सप्ताह में 05 दिवस (सोमवार से शुक्रवार) प्रातः 08 बजे से शाम 08 बजे तक किया जायेगा एवं कृषक तौल पर्ची अनिवार्यतः शायं 6 बजे तक जारी की जाएगी। हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन एवं निर्बाध विद्युत सुविधा उपार्जन केन्द्रों द्वारा अनिवार्यतः की जावे। इलेक्ट्रानिक उपकरण-कम्प्यूटर, प्रिंटर, डोंगल, स्केनर, यू.पी.एस. लैपटाप, बैटरी आदि पर्याप्त मात्रा में उपार्जन केन्द्रों पर रखी जावें। जन सुविधाएं यथा- दरिया, टेबल कुर्सी, पेयजल, शौचालय, छाया, बिजली आदि की व्यवस्था अनिवार्यतः की जावे। उपार्जन उपकरण यथा- ऐनेलाग मोश्चर मीटर, बड़ा छन्ना, पंखे, परखी आदि अनिवार्यतः रखे जावें। सूचना पटल, उपार्जन बैनर तथा सामान्य जानकारी-एफ.ए.क्यू. गुणवत्ता का मापदण्ड, भुगतान एवं टोल-फ्री नम्बर का प्रदर्शन, केन्द्रों के उपयुक्त स्थलों पर किसानों हेतु प्रदर्शन किया जावे। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली की भी विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में संयुक्त कलेक्टर तथा प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी नीलेश शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।