सीधी(ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश से एक बड़ी खबर निकल के सामने आ रही है कि भारतीय जनता पार्टी के मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने आज सुबह सीधी के एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता आयोजित कर बताया कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 15-20 सालों से प्रदेश में बीजेपी की सरकार है, केंद्र में बीजेपी की सरकार है और पार्टी की सीमा में रहते हुए मैंने अपने विचारों को व्यक्त नहीं कर पाया लेकिन आज कर रहा हूं। उन्होंने पार्टी के कथनी और करनी में अंतर होने के साथ ही लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन पर सवाल उठाया है। श्री सिंह ने कहा कि बीजेपी में आज पर्याप्त भ्रष्टाचार है, और यह राजनीति भ्रष्टाचार के व्यापार का अड्डा बन चुका है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले 10 साल में सीधी में क्या विकास हुआ? मैं पिछले 6 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद रहा हूं तथा मैंने आज तक जितने भी मुद्दे सीधी के विकास को लेकर उठाए आज उसे पर कोई अमल नहीं किया गया चाहे वह रेल का मुद्दा हो, सोन घड़ियाल का मुद्दा हो, सीधी सिंगरौली सड़क का मुद्दा हो, विस्थापितों का मुद्दा हो। पार्टी से बड़े-बड़े आश्वासन मिले बड़ी-बड़ी बातें हुई लेकिन इनमें से किसी भी एक विषय पर आज तक बात नहीं बन पाई। इस्तीफा देने के बाद अजय सिंह ने कहा, ''राजनीति मेरे लिए सेवा का माध्यम है, धन अर्जन का माध्यम नहीं, लेकिन अब परिस्थितियां ऐसी बन गई है कि मेरा बीजेपी में रुकना ठीक नहीं है. इसलिए मैं अब पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं.'' पार्टी की कार्यशैली से नाराज मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद आज प्रताप सिंह करीब 35 वर्ष पूर्व भाजपा में शामिल हुए थे। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक के एक कर्मठ स्वयंसेवक माने जाते हैं। आपको बता दें कि 28 अप्रैल 1967 को जन्मे अजय प्रताप सिंह मध्यप्रदेश भाजपा इकाई के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। बीजेपी ने उन्हें 2018 में मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजा। इससे पहले उन्होंने भाजपा मध्य प्रदेश संगठन के राज्य महासचिव, उपाध्यक्ष और सचिव के रूप में भी काम किया। 2011 में उन्होंने विंध्य विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री रैंक) के रूप में भी काम किया।