उज्जैन (ईन्यूज एमपी) प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव रविवार को अंकपात मार्ग पर आयोजित किए गए श्री राम राहगीरी कार्यक्रम में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि उक्त राहगीरी कार्यक्रम सोमवार 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित होने वाले श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को समर्पित रहा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि 22 जनवरी का दिन हम सभी के लिए अत्यंत गौरव, हर्षोल्लास और ऐतिहासिक दिन होने वाला है। इस दिन अयोध्या में श्री राम मंदिर में भाव प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित होगा। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इसी तारतम्य में 16 जनवरी से 22 जनवरी तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। आज रविवार को वैष्णव अखाड़ों के समीप अंकपात मार्ग पर भगवान श्री राम को समर्पित राहगीरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रभु श्री राम हम सभी के आराध्य हैं। उन्होंने अपने जीवन में मर्यादा, धैर्य और लोकतंत्र का आदर्श प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को हम सभी उत्सव मनाए, अपने घरों पर दिए जलाएं, मिठाइयां बांटे और आनंद के साथ प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साक्षी बने । मुख्यमंत्री डॉ यादव ने सर्वप्रथम अंकपात मार्ग स्थित अंकपात द्वार पर पहुंचकर भगवान श्री राम,लक्ष्मण, माता सीता तथा हनुमान जी का पात्र निभाने वाले कलाकारों की आरती की और उन्हें पुष्प माला पहनाई। इसके पश्चात भगवान श्री राम की रथ पर सवारी निकाली गई। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने राहगीरी कार्यक्रम में काफी संख्या में मौजूद नागरिकों का अभिवादन स्वीकार किया। राहगीरी कार्यक्रम में विभिन्न स्थानों पर स्वागत मंच, स्वास्थ्य परीक्षण काउंटर, भजन मंडलियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शासकीय योजनाओं के बैनर, योग के काउंटर लगाए गए थे। इसके अलावा शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए मोटे अनाज से निर्मित विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का स्टॉल भी लगाया गया था। मुख्यमंत्री का विभिन्न मंचों पर पुष्प वर्षा कर तथा साफा पहनाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने राहगीरी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इस दौरान कुछ मंचों पर पहुंचकर भगवान श्री राम के भजन गाए। साथ ही उन्होंने शंख बजाया, ढोल बजाए और घोड़े की सवारी भी की। उसके पश्चात मुख्यमंत्री ने सांदीपनि आश्रम पहुंचकर वहां महर्षि सांदीपनि, भगवान श्री कृष्ण, सुदामा और बलराम के दर्शन और पूजन अर्चन किया तथा आरती की ।