सीधी ( ईन्यूज एमपी) न्यायाधीश ऋषि तिवारी की स्मृति में ऋषिकेश फ़ाउंडेशन द्वारा ऋषिकेश आश्रम,बड़ा बांध , हनुमानगढ़ में निःशुल्क उन्नीसवा नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित किया गया । इस शिविर में कुछ ऐसे मरीज भी पहुंचते हैं जिनकी आंखों की ज्योति या तो जा चुकी है या समाप्ति की कगार पर है। डॉक्टर भी बेबस होते हैं।उनका कहना होता है यदि दो या तीन माह पहले जांच करवा ली जाती तो आंख बच सकती थी। कुछ बहुत कम उम्र के बच्चे भी उपचार की उम्मीद में यहां आते हैं। जांच में जब सामने आता है दस-बारह साल के इन बच्चों को भी मोतियाबिंद है तो यह बेहद दुखद स्थिति होती है। इससे पता चलता है कि सीधी और निकटवर्ती जिलों की स्वास्थ्य व्यवस्था खुद वेंटिलेटर पर है।ऊपर से गरीबी,अशिक्षा और जानकारी का अभाव कोढ़ पर खाज का काम करता है। आज के शिविर में सर्वप्रथम सभी आगंतुकों को जलपान करवाया गया ।इसके बाद पिछले माह जिन मरीज़ों का मोतियाबिंद ऑपरेशन किया गया था उनका फालोअप चेकप कर निशुल्क चस्में वितरित किए गए। फिर चिकित्सकों द्वारा नए मरीज़ों का नेत्र परीक्षण किया गया।परीक्षण के उपरांत आवश्यकता अनुसार निशुल्क आई ड्राप वितरित किए गए ।जिन मरीज़ों को ज़रूरत थी उन्हें मोतियाबिंद के निशुल्क आपरेसन हेतु चित्रकूट रवाना किया गया।शिविर में पहुँचे सभी आगंतुकों को फल और बिस्किट भेंट किए गए।चित्रकूट जाने वाले सभी मरीज़ों को फल और बिस्किट के साथ भोजन के पैकेट भी भेंट किए गए।इस शिविर के माध्यम से समाज का सर्वाधिक उपेक्षित और जरूरतमंद तपका लाभ पता है।यही ऋषिकेश फ़ाउंडेशन के सेवादारों के प्रयासों की सार्थकता भी है। ऋषिकेश फ़ाउंडेशन परिवार ने सभी मरीज़ों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ्य लाभ की कामना की है।