उज्जैन(ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि सरकार 2028 के सिंहस्थ (कुंभ) मेले से पहले राज्य में, विशेषकर उज्जैन में विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करेगी। उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर आने वाले भक्तों को तिरुपति बालाजी मंदिर की तरह समय 'स्लॉट' (समयावधि) आवंटित किया जाएगा। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे 30 मिनट से कम समय में दर्शन कर सकें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनके पहले शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्वीकृत विभिन्न कार्यों को भी तेजी से पूरा किया जाएगा। सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार विशेष रूप से उज्जैन में विकास कार्यों को प्राथमिकता देगी, क्योंकि 2028 में सिंहस्थ (कुंभ मेला) नजदीक आ रहा है। योजनाएं जल्द ही तैयार की जाएंगी। विंटर एप्लायंसेज फेस्ट - रूम हीटर, गीजर, मिक्सर ग्राइंडर और अन्य पर न्यूनतम 40% की छूट। यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक गलियारे का उद्घाटन करने के बाद इस मंदिर नगरी में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ गई है। उज्जैन में 900 मीटर लंबे गलियारे का उद्घाटन अक्टूबर 2022 में किया गया था। मोहन यादव ने यह भी कहा कि भीड़ प्रबंधन के उपाय किए जाएंगे। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि तीर्थ यात्री मंदिर में पूजा करने के लिए कम दूरी तय करें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सुविधाओं और संपर्क सड़कों में सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को हर 12 साल में एक बार उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले के लिए स्थायी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। मोहन यादव ने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि राज्य के सभी मंडलों में विकास कार्य जल्द पूरे हों। इससे पहले दिन में यादव ने उज्जैन जिले में विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा के लिए अधिकारियों की एक बैठक में भाग लिया।