चुरहट(ईन्यूज एमपी) -भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस पर आज चुरहट के शिव विद्यालय प्रांगण में सेवानिवृत शिक्षकों का गरिमय सम्मान समारोह आयोजित किया गया। सम्मान समारोह के आयोजन अजय सिंह राहुल भैया थे। राहुल भैया ने गुरुजनों का सम्मान करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि जापान दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां शिक्षक दिवस नहीं मनाया जाता लेकिन वहां के सामाजिक जीवन में रोज शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। भारत में गुरु शिष्य परंपरा प्राचीन है जो सदियों से चली आ रही है ।यह परंपरा जहां और जब कभी कमजोर हुई है तभी सामाजिक व्यवस्था भी कमजोर होती है। उन्होंने अपने बाल काल के प्रथम शिक्षक का स्मरण करते हुए कहा कि वह अल्पसंख्यक समुदाय के पोलियो ग्रस्त व्यक्ति थे। मुझे गणित पढ़ाते थे। पहली बार पढ़ाते हुए उन्होंने मेरा भी कान ऐंठा था। जब भी उनका स्मरण करता हूं तो सम्मान से सर झुक जाता है। उन्हीं का प्रारंभिक संस्कार था कि मैं आप लोगों की थोड़ी बहुत सेवा कर पाता हूं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि भविष्य में इसी तरह गुरुओं के प्रति आदर भाव और सम्मान बना रहे। मुझे आशीर्वाद देकर सदैव आप मेरा मार्गदर्शन करते रहें। शिक्षक सम्मान समारोह के संयोजक एवं वरिष्ठ समाजसेवी राजेंद्र भदौरिया, सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश त्रिपाठी, एवं नवल सिंह ने समारोह को संबोधित किया।नगर पंचायत चुरहट के उपाध्यक्ष अजय पांडे ने स्वागत उद्बोधन दिया। ज्ञानेंद्र अग्निहोत्री ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सोमेश्वर सिंह ने किया। चुरहट सहित जिले के लगभग साढ़े चार सौ सेवानिवृत शिक्षकों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें उपस्थिति लगभग ढाई सौ शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से राहुल भैया द्वारा स्मृति चिन्ह, शाल श्रीफल प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में दाऊ साहब स्वर्गीय अर्जुन सिंह जी तथा पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। विंध्या अकैडमी के छात्राओं ने सरस्वती वंदना ,स्वागत गीत तथा बाल गायक प्रत्यूष सिंह ने श्री राम पूजा पर गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सेवानिवृत शिक्षको, शिक्षाविदों में प्रमुख रूप से सेवानिवृत्ति जिला शिक्षा अधिकारी शंभू प्रसाद त्रिपाठी, सुरेश प्रसाद त्रिपाठी, नवल सिंह, सेवानिवृत प्राचार्य चक्रपाणि प्रसाद पांडे, जवाहरलाल पांडे, जगन्निवास पांडे, रुक्मणी प्रसाद मिश्रा श्रीमती शशि सिंह सहित सैकड़ो सेवानिवृत शिक्षक, गणमान्य नागरिक, आमंत्रित अतिथि, सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।