सीधी(ईन्यूज एमपी)- जिला अस्पताल सीधी में प्रसूता शिल्पी द्विवेदी पति मनोज द्विवेदी निवासी टिकरी का प्रसव हेतु ओ पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता थी। इसकी जानकारी टिकरी के निवासी देवेन्द्र मिश्रा द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई। स्थिति यह थी की प्रसूता को कहीं ब्लड नही मिल रहा था। सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट को गंभीरता से लेते हुए हुए सीधी जिले के कुसमी जनपद पंचायत अंतर्गत बस्तुआ निवासी ग्राम पंचायत खैरी के सचिव व सचिव संघ कुसमी के ब्लॉक अध्यक्ष हर्ष नारायण सिंह (रिंकू) जो सीधी में ही और सोशल मीडिया पर ही ब्लड डोनेट करने की इच्छा जताते ब्लड डोनेट करने की जगह पता कर तत्काल ब्लड डोनेट कर प्रसूता की जान बचाई। सचिव रिंकू के इस नेक कार्य पर सचिव संघ एवम सीधी जिलेवासियों ने धन्यवाद ज्ञापित किये हैं। सचिव हर्ष नारायण सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि गम्भीर अवस्था में प्रसूता शिल्पी द्विवेदी को जिला चिकित्सालय सीधी में भर्ती कराया गया था। जिनका प्रसव होना था जिनको शरीर में रक्त की कमी से रक्त की जरूरत पड़ गई। शिल्पी के परिजन पहले ब्लड बैंक गए जिनको ब्लड नही मिल पाया। तब उनके परिजन इसकी जानकारी फेसबुक में साझा किए जैसे ही मुझको जानकारी हुई हमने तत्काल जिला अस्पताल जाकर ब्लड बैंक में ओ पॉजिटिव रक्तदान किया महिला को भी ओ पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता थी। जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही गर्भवती महिला शिल्पी को रक्त मिल जाने से उसको भी नया जीवन मिल गया। वहीं मानवता की मिशाल पेश करने वाले हर्ष नारायण सिंह(रिंकू) की जिले भर में लोगों द्वारा चहुओर प्रशंसा की जा रही है रिंकू की माने तो युवा और स्वस्थ व्यक्ति के लिए रक्तदान से कोई नुकसान नही है। लेकिन जरूरतमंद और बीमार के लिए रक्तदान नए जीवन की आशा है। इसलिए उसके जीवन को वापस देने के लिए रक्तदान अवश्य करें आज का रक्तदाता कल के लिए प्राप्त-कर्ता भी हो सकता है। इसलिए रक्तदान जरूर करें यही एक मानवता है जब कभी ऐसी विपदा पड़े युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। वहीं प्रसूता महिला के परिजन एड.व्यासमुनि द्विवेदी ने बताया की मेरी छोटी बहू की पहली डिलिवरी थी। जिसको रक्त की कमी थी सचिव हर्ष नारायण सिंह रिंकू द्वारा 1 यूनिट (300m.l.) रक्त देकर जान बचाई गई बहू का स्वास्थ्य अब ठीक है मैं बहुत बहुत आभारी हूं।