सीधी (ईन्यूज एमपी)-सीधी में आदिवासी युवक के साथ हुए पेशाब कांड के बाद कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर अब आक्रामक है मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस और मध्य प्रदेश आदिवासी कांग्रेस प्रदेश के 17 जिलों की 36 विधानसभाओं में आदिवासी यात्रा निकालने जा रही है 19 जुलाई को इस यात्रा की शुरुआत सीधी से ही होगी। इस यात्रा को लेकर पीसीसी में आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष रामू टेकाम, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया, मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। उत्पीड़न के शिकार आदिवासियों से मिलेंगे मध्य प्रदेश युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने बताया कि सीधी में आदिवासी समाज के सीधे-साधे व्यक्ति के साथ जिस तरीके की घटना बीजेपी के विधायक प्रतिनिधि के द्वारा की गई उसको लेकर पूरा आदिवासी समाज आक्रोशित है और सीधी ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में आदिवासी समाज के साथ उत्पीड़न की घटनाएं सत्ता पक्ष के व्यक्तियों द्वारा की जा रही हैं इन घटनाओं के जो पीड़ित हैं उनसे मिलने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है इसके साथ ही इस यात्रा में आदिवासियों के हित के जुड़े मुद्दों को भी संकलित किया जाएगा और उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनावी वचन पत्र में शामिल किया जाएगा। ऐसा रहेगा यात्रा का रूट 19 जुलाई सीधी और धोहनी 20 जुलाई शहडोल जिले की व्यवहारी और उमरिया जिले के मानपुर 21 जुलाई शहडोल जिले की जयसिंह नगर और जैतपुर 22 जुलाई अनूपपुर, पुष्पराजगढ़ 23 जुलाई डिंडोरी, शाहपुर 24 जुलाई निवास और मंडला 25 जुलाई बिछिया और बेहर 26 जुलाई परसवाड़ा और बरघाट 27 जुलाई लखनादौन ,अमरवाड़ा 28 जुलाई जुन्नारदेव, घोड़ाडोंगरी 29 जुलाई भैंसदेही, टिमरनी 30 जुलाई को यात्रा का विश्राम रहेगा 31 जुलाई को खंडवा के हरसूद और पंधाना 1 अगस्त को नेपानगर, भीकनगांव 2 अगस्त भगवानपुरा, सेंधवा 3 अगस्त पानसेमल, बड़वानी 4 अगस्त कुक्षी और मनावर 5 अगस्त धर्मपुरी और गंधवानी 6 अगस्त जोबट में यह यात्रा पहुंचेगी समापन में शामिल होंगे दिग्गी-कमलनाथ आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का 7 अगस्त को झाबुआ में समापन होगा। यात्रा के समापन में पीसीसी चीफ कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के तमाम नेता शामिल होंगे। आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष रामू टेकाम ने कहा आदिवासी स्वाभिमान यात्रा 17 जिलों की 36 विधानसभाओं में जाएगी। हम जनजातीय भाइयों से मुलाकात करेंगे। उनके साथ शोषण की जो घटनाएं हो रही है। उनकी जानकारी जुटाएंगे। इसके साथ ही हम आदिवासियों के हित के लिए वचन पत्र में शामिल कराएंगे। तिरंगा और पीला झंडा रामू टेकाम ने कहा- आदिवासी स्वाभिमान यात्रा में तिरंगा झंडा और आदिवासी स्वाभिमान के प्रतीक पीला झंडा भी होगा। वर्तमान सरकार आदिवासियों के संरक्षण करने और उनके हित में काम करने के बड़े-बड़े दावे करती है उन दावों की पोल खोलने का काम इस यात्रा के जरिए होगा।